- जयपुर का एसएमएस स्टेडियम हुआ देशभक्ति गीतों से गुंजायमान
- वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स की ओर से मिला प्रोविजनल सर्टिफिकेट
- राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के साथ अन्य मंत्रीगण रहे मौजूद
Azadi ka Amrit Mahotasav: राजधानी जयपुर का एसएमएस स्टेडियम देशभक्ति गीतों से गुंज उठा। बता दें कि यहां 26 हजार स्कूली छात्रों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई मंत्रीगण उपस्थित रहे। यह काफी रोमांचित करने वाला पल था। इस अवसर पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन के प्रतिनिधि प्रथम भल्ला ने सीएम गहलोत को विश्व रिकॉर्ड का प्रोविजनल सर्टिफिकेट भी दिया।
बता दें कि बच्चों का उत्साह बढ़ाते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन की ओर से प्रोविजनल सर्टिफिकेट दिया गया है। बच्चों ने जो देशभक्ति गीत एकसाथ गाए हैं ये आजादी से पहले के तराने हैं। जो आजादी के बाद भी गाए जाते हैं। इससे संविधान की रक्षा, सभी धर्मों के प्रति सम्मान, देश पर बलिदान और त्याग की भावना जागृत हो जाती है। सीएम गहलोत ने इस तरह के सफल आयोजन को लेकर उच्च शिक्षा विभाग और पर्यटन विभाग को बधाई भी दी।
स्वतंत्रता के नायकों को किया याद
मिली जानकारी के अनुसार सीएम गहलोत ने इस दौरान 13, 14 ,15 अगस्त को हर घर में अभियान के तहत झंडा लगाने का आह्वान किया। ताकि ये संदेश जाए कि आजादी के अमृत महोत्सव का पूरे भारत में एक जज्बा है। सीएम गहलोत ने महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल के साथ-साथ चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, खुदीराम बोस के काम और बलिदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि 75 साल में देश ने शानदार उपलब्धियां हासिल की है जिसे दुनिया भर के लोग बखूबी जानते हैं। कहा कि देश में 75 साल के बाद भी लोकतंत्र कायम है।
25 मिनट में 6 देशभक्ति गीत पूरे प्रदेश में गाए गए
जानकारी के लिए बता दें कि शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल के अनुसार पूरे प्रदेश के 67 हजार सरकारी और 50 हजार प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले लगभग एक करोड़ छात्रों ने एक साथ 25 मिनट तक राष्ट्रभक्ति के 6 गीत गाए। बता दें कि जयपुर सहित पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालय और स्कूल स्तर पर एक करोड़ बच्चों ने 25 मिनट में छह देशभक्ति गीत गाए। जिसमें राष्ट्रगीत वन्देमातरम, हम होंगे कामयाब, सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, आओ बच्चों तुम्हें दिखाए झांकी हिंदुस्तान की और झंडा ऊंचा रहे हमारा तथा अंत में राष्ट्रगान जन गण मन गाया।