- जयपुर नगर निगम ग्रेटर के लिए काम करती है कंपनी
- जयपुर नगर निगम ग्रेटर के लिए यूडी टैक्स वसूलने का काम करती है कंपनी
- एसीबी ने मामले का सत्यापन करा 40 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए दोनों को पकड़ा
Jaipur ACB Action: एसीबी की जयपुर इकाई ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एसीबी ने नगर निगम ग्रेटर के लिए काम करने वाली एक कंपनी के दो सर्वेयर को गिरफ्तार किया है। एसीबी ने 40 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए दोनों को रंगे हाथों धर दबोचा था। पकड़े गए रिश्वतखोर आरोपियों से एसीबी पूछताछ में जुटी है।
बता दें कि अभी बीते दिनों एसीबी ने जयपुर के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी को रिश्वत के रुपए वापस करते हुए ट्रैप कर गिरफ्तार कर लिया गया था। जयपुर की एसीबी इकाई का कहना है कि किसी भी तरह से कोई सरकारी कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है तो एसीबी को सूचित करें। एसीबी कड़ा एक्शन लेगी।
शिकायत का सत्यापन करवाकर की गई कार्रवाई
मिली जानकारी के अनुसार कंपनी नगर निगम ग्रेटर के लिए लोगों से यूडी टैक्स वसूलने का काम किया करती है। इस कंपनी के दो सर्वेयर महेश कुमार शर्मा और रोहिताश मीणा ने परिवादी से टैक्स वसूली के समय उसे राहत देने की एवज में 40 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। जिस पर परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी मुख्यालय जयपुर में कर दी। एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाकर ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए दोनों रिश्वतखोर आरोपियों को दबोच लिया।
इस वजह से ले रहे थे रिश्वत
बता दें कि डीजी एसीबी बीएल सोनी ने बताया है कि कंपनी के सर्वेयर महेश कुमार शर्मा और रोहिताश मीणा ने परिवादी से रिश्वत की मांग की थी। उन्होंने परिवादी के वाणिज्यिक मकान को आवासीय मकान दिखाकर यूडी टैक्स को कम करने और परेशान नहीं करने की एवज में 40 हजार रुपए की मांग की थी। परिवादी की शिकायत मिलने के बाद एसीबी टीम ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। दोनों आरोपियों को रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। दोनों आरोपियों के आवास और अन्य ठिकानों पर भी जांच की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। बता दें कि इसके साथ ही कंपनी और नगर निगम ग्रेटर के अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका की भी एसीबी जांच में लगी है।