- जयपुर में करोड़ों के प्लॉट को लेकर है विवाद
- भरतपुर से बदमाशों को बुलाया गया था
- जयपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने की कार्रवाई
Jaipur News: राजधानी जयपुर में करोड़ों रुपए के प्लॉट के विवाद को लेकर एक गैंगवार की बड़ी घटना पुलिस की तत्परता से टाली जा सकी। बता दें कि, कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मानसरोवर थाना इलाके के वंदे मातरम सर्किल स्थित होटल में हथियारों से लैस कुछ शातिर बदमाश ठहरे हुए हैं। सूचना के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने मानसरोवर थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। मानसरोवर थाना पुलिस के साथ संयुक्त रूप से क्राइम ब्रांच की टीम ने कार्रवाई करते हुए पूरी तैयारी के साथ होटल में दबिश दी। इस दौरान होटल के एक कमरे में 7 शातिर बदमाश हथियार सहित पकड़े गए।
बता दें कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से एक रिवाल्वर, एक देसी कट्टा, 19 जिंदा कारतूस और दो खाली कारतूस के खोखे बरामद किए हैं। वहीं मौके से एक लग्जरी कार को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। सभी आरोपियों को पुलिस मानसरोवर थाने लेकर आई और उनसे सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी है।
दो गुटों में है करोडों के प्लॉट का विवाद
पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ में सामने आया है कि पत्रकार कॉलोनी स्थित विधानसभा नगर में एक कमर्शियल प्लॉट को लेकर दो गुटों में काफी समय से विवाद चल रहा है। देवेंद्र सिंघल नाम का एक युवक इस प्लॉट पर फिलहाल काबिज है। 5 दिन पहले देवेंद्र सिंघल ने प्लॉट पर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया था। इस दौरान दूसरे विरोधी ने अपने साथियों के साथ मिलकर हो रहे निर्माण को ढहा दिया था।
दहशत फैलाने की थी साजिश
मिली जानकारी के अनुसार, दहशत फैलाने और निर्माण कार्य कराने के लिए देवेंद्र सिंघल ने भरतपुर से शातिर बदमाश कौशलेंद्र समेत आधा दर्जन बदमाशों को जयपुर बुलाया। देवेंद्र सिंघल ने एक होटल में सभी बदमाशों को ठहरा दिया। निर्माण कार्य के लिए यह सभी बदमाश गैंगवार जैसी घटना को अंजाम देने की फिराक में आए थे। उससे पहले ही सभी बदमाश जयपुर की क्राइम ब्रांच टीम के हत्थे चढ़ गए। पुलिस की पूछताछ में सभी बदमाशों के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले पहले से विभिन्न थानों में दर्ज पाए गए हैं। बता दें कि पुलिस ने शातिर बदमाश कौशलेंद्र, प्लॉट मालिक देवेंद्र सिंघल समेत 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पूरे प्रकरण की जांच पड़ताल की जा रही है।