Rajasthan: राजस्थान के जहाज ऊंट ने दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग सोमवार रात को 3 घंटे तक ठप रखा। इंद्रगढ़-आमली स्टेशन के बीच पुल पर ऊंट फंसा गया। जिसे मालगाड़ी के इंजन से खींच कर ऊंट को पुल से हटाया। घटना के चलते कोटा-सवाई माधोपुर के बीच करीब तीन घंटे रेल यातायात ठप रहा। राजधानी और दयोदय सहित करीब आधा दर्जन ट्रेनें रास्ते में अटकी रहीं। रेलवे सूत्र बताते है सोमवार शाम करीब 7:30 बजे ऊंट रेल पटरियों के पास चर रहा था। इसी समय मालगाड़ी कोटा की तरफ आ रही थी। ऊंट को पटरी से हटाने के लिए चालक ने हॉर्न बजाया।
ऊंट पटरियों के बीच ही बैठा रह गया
अचानक हॉर्न की आवाज सुनकर घबराया ऊंट दूर हटने की जगह रेल पटरियों के बीच में मालगाड़ी के आगे दौड़ने लगा। इसे देखकर चालक में मालगाड़ी की रफ्तार कम कर ली। 2 किलोमीटर भागने के बाद उंट मूई नदी के पुल पर पहुंच गया। यहां पुल के ऊपर ऊंट के पैर फंस गए। पैर फंसने से ऊंट से भागा नहीं गया। वह पटरियों के बीच ही बैठा रह गया। यह देखकर चालक ने मालगाड़ी को भी पुल के ऊपर ही खड़ा कर लिया। पहले तो चालकों ने ऊंट को पटरी से हटाने की कोशिश की। लेकिन ऊंट अपनी जगह से हिला तक नहीं।
ऊंट अपनी जगह से नहीं हिला
चालकों ने मामले की सूचना आमली स्टेशन मास्टर और कोटा कंट्रोल रूम को दी। मालगाड़ी रुकने से पीछे चल रही दिल्ली-मुंबई राजधानी, निजामुद्दीन-मुंबई अगस्त क्रांति, अजमेर-जबलपुर दयोदय एक्सप्रेस, जयपुर-चेन्नई, जोधपुर-भोपाल आदि कई ट्रेनें अटक गई। इसके चलते अधिकारियों में हड़कंप मच गया। तुरत-फुरत में मौके पर करीब डेढ़ दर्जन ट्रैकमेंटेनर, सुपरवाइजर और अधिकारियों को भेजा। रस्सों की मदद से ऊंट को पुल से हटाने की कोशिश की। लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी ऊंट अपनी जगह से नहीं हिला।
मालगाड़ी के इंजन की मदद से ऊंट को हटाया गया
मालगाड़ी को पीछे लिया गया। मालगाड़ी के इंजन की मदद से रस्सों से बांध कर ऊंट को धीरे-धीरे घसीटते हुए पुल से बाहर निकाला गया। बाद में ट्रैकमेंटेनरों ने जोर अजमाइश करते हुए ऊंट को पटरियों से हटाया। कर्मचारियों ने बताया कि ऊंट को वही एक पेड़ से बांध दिया है। इसके बाद रात करीब 10:30 बजे रास्ता साफ हुआ। राजधानी ट्रेन को डाउन लाइन से निकाला। बाकी ट्रेनों को रास्ता साफ होने के बाद ही निकाला। ट्रेनें घंटो तक रास्ते में खड़ी रही। आदेश के बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।