- स्टेशन पर ब्रेललिपि के साइनेज लगाए गए
- दृष्टिहीन लोग नहीं होंगे गुमराह
- स्टेशन के मुख्यद्वार पर लगाया गया है मैप
Jaipur Railway News: जयपुर स्टेशन से यात्रा करने वाले दृष्टिहीन लोग ब्रेललिपि को अपनी उंगली के माध्यम से पढ़कर उचित दिशा में जा सकेंगे। उत्तर पश्चिम रेलवे का जयपुर रेलवे स्टेशन ऐसी पहल करने वाला पहला स्टेशन बन गया है। जयपुर स्टेशन पर इस सुविधा के शुरू होने से ब्लाइंड लोग गुमराह होने से बचेंगे। रेलवे की इस कवायद से निश्चित तौर पर दृष्टिहीनों को लाभ मिल सकेगा।
ब्लाइंड यानि कि दृष्टिहीन लोगों को पूछताछ के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इस पहल से उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा। एक आत्मनिर्भरता का भाव पैदा होगा। स्टेशन्स पर अक्सर दृष्टिहीन लोगों को सफर करने में काफी कठिनाईयों को सामना करना पड़ता है। ऐसे में जयपुर रेलवे डिवीजन की यह पहल बड़ा बदलाव लाने का काम करेगी।
मूकबाधिर लोगों के लिए क्यूआर कोड की व्यवस्था
जो व्यक्ति आखों से देख सकता है, लेकिन मुंह से बोलेने में सक्षम नहीं है। ऐसे मूकबाधिर लोगों के लिए जयपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर ब्रेललिपि मैप पर क्यूआर कोड का प्रबंध किया गया है। मूकबधिर क्यूआर कोड को स्कैन करके अपनी भाषा में स्टेशन की किसी भी जगह की जानकारी ले सकता है। इससे मूकबधिर लोगों के लिए रेलवे स्टेशन से सफर करना आसान हो जाएगा।
स्टेशन पर कहीं भी जाने में होगी आसानी
यदि ब्लाइंड और मुकबाधिर व्यक्ति को कोई समस्या भी होगी, उसे रेलवे स्टेशन पर त्वरित मदद मिलेगी। वीडियो के जरिये ऐसे यात्री ब्रेललिपि का मैप और साइनेज देख सकते हैं। मुकबाधिर को प्लेटफॉर्म, किसी अधिकारी के कमरे यानी स्टेशन मास्टर, स्टेशन मैनेजर, टीटी निरीक्षक कमरे तक जाने में आसानी होगी। ब्लाइंड और मुकबाधिरों के लिए की गई सुविधा की हर तरफ तारीफ हो रही है।
रेलवे अधिकारी के कमरे के बाहर भी लगा होगा ब्रेललिपि मैप
दृष्टिहीन व्यक्ति के लिए स्टेशन पर पीली कलर की पट्टीका भी बनी हुई है जिस पर चलकर प्लेटफार्म और निश्चित जगह तक पहुंचा जा सकता है। किसी भी रेलवे अधिकारी से मिलने के लिए उसके कमरे के बाहर लगे ब्रेललिपि में लिखे साइनेज पर फिंगर से पढ़कर जाया जा सकता है। रेलवे की इस कवायद की हर जगह सराहना की जा रही है।