- राज्य सरकार की ओर से पर्यटन के विकास में खर्च किए जा रहे हैं 1000 करोड़ रुपये
- डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट में टूर ट्रेवल ऑपरेटर्स, फिल्म निर्माता-निर्देशक, कलाकार होंगे शामिल
- पर्यटन कैलेंडर में शामिल किए गए 10 फोक फेस्टिवल
Jaipur Tourism News: प्रमुख शासन सचिव पर्यटन श्रीमती गायत्री ए. राठौड़ ने बताया कि 22 से 24 जुलाई तक जयपुर में राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट का आयोजन किया जाएगा। इसमें देशभर से टूर ट्रेवल ऑपरेटर्स, फिल्म निर्माता-निर्देशक, कलाकार सहित पर्यटन से जुड़े प्रमुख लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विभाग प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है। हाल ही में हुई पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पर्यटन को उद्योग की संज्ञा में लेकर कार्य करने की आवश्यकता है।
प्रमुख शासन सचिव पर्यटन श्रीमती गायत्री ए. राठौड़ ने बताया कि, प्रदेश में 10 प्रमुख नए फेस्टिवलों को शामिल किया जा रहा है। इनमें इंटरनेशनल फोक फेस्टिवल, इंटरनेशनल हॉट एयर फेस्टिवल पुष्कर-आमेर, राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जयपुर, सांभर फेस्टिवल, फेस्टिवल एट बूंदी स्टेप वैल्स, इंटरनेशनल काईट फेस्टिवल, कोटा रिवर क्रूज फेस्टिवल, जहान-ए-खुसरो, इंटरनेशनल फोटोग्राफी फेस्टिवल, फेस्टिवल्स फॉर डेस्टिनेशन डवलमेंट (शेखावटी एवं भरतपुर) प्रमुख है। यह पर्यटन कैलेंडर में शामिल किए जाएंगे।
पर्यटन से पैदा करें रोजगार
पर्यटक विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि पर्यटन को बढ़ावा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने पर्यटन उद्योग को और मजबूत बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा इससे ज्यादा से ज्यादा पर्यटक राजस्थान आएंगे और रोजगार के अवसर में बढ़ोत्तरी होगी।
पर्यटन के विकास को लिए खर्च होंगे 1000 करोड़ रुपये
पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्पेशल टुरिज्म जोन बनाने पर चर्चा हुई। इससे पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित होंगी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री की ओर से निर्देशित किया गया कि राजस्थान की एक ब्रांड के रूप में पहचान बनाने के लिए विशेष अभियान चलाएं। विभिन्न विषयों पर सेमिनार, फेस्टिवलों का आयोजन किया जाए। इससे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक ब्राण्डिंग से पर्यटन को न केवल नई पहचान मिलेगी, बल्कि उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। जानकारी के लिए बता दें कि राज्य सरकार द्वारा पर्यटन विकास पर 1000 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं।