- नवविवाहित जोड़े के लिए नगर निगम रजिस्ट्रार ने की अनोखी पहल
- नए जोड़े कभी एक दूसरे से नहीं बिछड़े इसके लिए बनाया नियम
- यह पहला ऐसा नियम है जो सरकारी नहीं, पर करना होगा इसका पालन
Jaipur Municipal Corporation Greater: जयपुर नगर निगम ग्रेटर ने अनोखी पहल की है। अब से 7 वचन लेने के बाद ही ग्रेटर नगर निगम से शादी का सर्टिफिकेट बनवाया जा सकेगा। यह पहल नगर निगम के रजिस्ट्रार प्रदीप पारीक ने की ओर से की गई है। उनकी ओर से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि, शादी का सर्टिफिकेट जारी करने से पहले नवविवाहित जोड़ों काे 7 वचन यानी 7 प्रतिज्ञा दिलाई जाएगी ताकि विवाहित जाेडे़ हमेशा खुश रहें, कभी एक दूजे का साथ न छोड़ें। उन्हाेंने 7 वचनाें की लिस्ट भी बना ली है।
जानकारी के लिए बता दें, पूरे शहर में मिलाकर राेजाना करीब 100 से ज्यादा मैरिज सर्टिफिकेट बनाए जाते हैं। शादी का सर्टिफिकेट बनाने के लिए आवेदन पत्र, शादी का कार्ड, एफेडेविट गवाह, फाेटाे के साथ आवेदन करना होता है। इसके बाद दस्तावेजाें की जांच करके नगर निगम ग्रेटर सर्टिफिकेट जारी करता है।
ये होंगे सात वचन
मिली जानकारी के अनुसार, इसमें पहला वचन... प्रत्येक व्यक्ति अपना स्वभाव सुधारेगा ताकि परिवार में शांति बनी रहे। छोटे-बड़े सभी का आदर करना रहेगा। सर्वत्र विवेकपूर्ण वाणी का ही प्रयोग करने की प्रतिज्ञा लेनी होगी। बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार भी देंगे, तो भविष्य उज्जवल बनेगा। सुख-दुःख में भगवान को कर्ता-हर्ता समझें, प्रार्थना करें, उससे शांति बनी रहेगी। इसके अलावा घर में किसी की भी भूल हो, उसके प्रति उदार बनना पड़ेगा। भूल को भूलना सीखना होगा। सहनशील और अनुकूल बनना होगा। बुजुर्गों की सेवा करें, हठाग्रह छोड़ें तो घर में एकता बनी रहेगी। घर में सत्संग और भक्ति का माहौल बनाए रहेंगे।
समाज सुधार के लिए पहल
नगर निगम के रजिस्ट्रार प्रदीप पारीक ने बताया कि, आए दिन पारिवारिक कलह के मामले सामने आते हैं। मैरिज सर्टिफिकेट बनाने से पहले यह पहल इसलिए की गई है ताकि समाज सुधार की दिशा में एक कदम उठाया जा सके। इसके लिए पति पत्नी काे सात प्रतिज्ञा दिलवाई जाएगी। हालांकि यह काेई सरकारी नियम या आदेश नहीं है। नगर निगम की ओर से किया गया समाज सुधार के लिए एक प्रयास है।