- जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे एक मासूम की जान मां की लोरी सुन बच गई
- बालक बीमारी के चलते कोमा में जा चुका था
- मां की आवाज को मोबाइल के जरिए बच्चे के कानों में पहुंचाई गई
Jaipur JK Lone Hospital News: आपने बचपन में मां की लोरी तो जरूर सुनी होगी। आपको मां की लोरी की ताकत का अंदाजा है जो यमराज के हाथ से भी अपने बच्चे के प्राण वापिस ला सकती है। एक ऐसी ही सच्ची घटना घटी है जयपुर के जेके लोन अस्पताल में, जिसे सुन आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। दलअसल ये घटना है राजधानी जयपुर के जेके लोन अस्पताल की, जहां पर दवाएं व इलाज बेअसर हो गया। आखिर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे एक मासूम की जान मां की लोरी सुन बच गई।
इस मामले को लेकर अस्पताल के पूर्व सुपरीटेंडेंड डा. अशोक गुप्ता ने बताया कि एक बच्चे को गंभीर अवस्था में अस्पताल में लाया गया। बालक बीमारी के चलते कोमा में जा चुका था। चिकित्सकों की बच्चे को बचाने की सारी कोशिशें बेकार हो चुकी थी। इलाज व दवाएं भी बेअसर होने लगी। बच्चे को लेकर डॉक्टर हैरान थे कि आखिर अब किया क्या जाए, जिससे बच्चे को होश में लाया जा सके।
मां की लोरी ने दिखाया असर
डा. गुप्ता ने बताया कि "मैंने इलाज के दौरान देखा था कि मां-बेटे के बीच एक खास लगाव था। बस यहीं से दिमाग में आइडिया आया कि क्यों ना बच्चे को मां से जोड़ा जाए। इसके बाद शुरू हुआ अनूठा इलाज का तरीका और ये कारगर भी साबित हुआ। अब बच्चा कोमा से बाहर आ चुका है व इलाज से स्वस्थ है।
मोबाइल के जरिए मां की आवाज पहुंची
इसे लेकर डॉक्टर अशोक गुप्ता ने बताया कि इलाज के दौरान मां की आवाज मोबाइल के जरिए रिकॉर्ड की गई। बाद में बच्चे के कानों में इयर फोन से आवाज पहुंचाई गई। इसके बाद बीमार बच्चे के शरीर में कुछ एक्टिवीटी होने लगी। इससे मौके पर मौजूद सभी चिकित्सक हैरान थे। इसके बाद धीरे-धीरे बच्चा कॉमा से बाहर आने लगा। डॉक्टर्स का प्रयोग सफल रहा। इसके बाद लगातार उसे लोरी सुनाई गई। जिससे वह जिंदगी की जंग जीतने में सफल रहा। लगातार इलाज मिलने के कारण बच्चा स्वस्थ हो गया।