- किशोर एक दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया था
- उसे जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था
- डॉक्टर्स ने बाद में उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था
जयपुर : राजस्थान में 15 साल के एक ब्रेन-डेड किशोर के महत्वपूर्ण अंगों ने चार लोगों की जिंदगियां बचाई हैं। बच्चे का इलाज जयपुर के सवाई मान सिंह (SMS) मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। एक्सीडेंट में बुरी तरह जख्मी होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था, जिसके बाद डॉक्टर्स की सलाह पर उसके घरवालों ने उसके महत्वपूर्ण अंगों का दान कर दिया, जिससे चार लोगों की जान बचाई जा सकीं। कोरोना वारयस संक्रमण के बीच यह राजस्थान का 38वां सफल अंगदान रहा।
किशोर टोंक जिले का रहने वाला था, जो एक दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया था। 3 नवंबर को उसे SMS, जयपुर में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर्स की कोशिशों के बावजूद उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। 7 नवंबर को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। इसके बाद, अस्पताल के डॉक्टर्स ने किशोर के घरवालों को इसके लिए मनाया कि उसके महत्वपूर्ण अंगों का दान कर वे कई लोगों की जिंदगियां बचा सकते हैं।
अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक, लड़के के घरवालों ने बुधवार को अंगदान के लिए सहमति दे दी। इसके बाद डॉक्टर्स ने लड़के का हार्ट, किडनी व लिवर निकाल लिया, ताकि दूसरे ऐसे मरीजों में उन्हें प्रत्यारोपित किया जा सके, जिन्हें वास्तव में इनकी जरूरत है।
किशोर की किडनी और लिवर जहां SMS अस्पताल के जरिये तीन मरीजों के लिए आवंटित किए गए, वहीं उसके हृदय को प्रत्यारोपण दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया, क्योंकि जयपुर में इसके लिए कोई ऐसा मरीज नहीं मिला, जिससे उसका हृदय मैच कर जाए।