- राजस्थान विधानसभा में अशोक गहलोत सरकार को विश्वासमत में जीत हासिल
- सचिन पायलट ने कहा है कि वह कांग्रेस के साथ हैं और वह पार्टी के हित में काम करेंगे
- अशोक गहलोत ने कहा कि लोगों की भावनाएं देखकर विधायकों ने उठाया कदम
जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में विश्वास मत पर जीत हासिल कर ली है। कांग्रेस की तरफ से पेश इस प्रस्ताव पर चर्चा बाद में होगी क्योंकि स्पीकर ने सदन को दोपहर एक बजे तक स्थगित कर दिया है। राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र शुरू होने से पहले गहलोत ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'सच्चाई की जीत होगी।' बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपने छह विधायकों को कांग्रेसके खिलाफ वोट देने के लिए ह्विप जारी किया है। राजस्थान में विधानसभा सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे शुरू हुई। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को सदन में उपस्थित रहने के लिए ह्विप जारी किया है। कांग्रेस नेता महेश जोशी की तरफ से यह ह्विप जारी किया गया। कांग्रेस के सभी विधायक होटल से बसों में सवार होकर विधानसभा पहुंचे। जबकि पायलट गुट के विधायक अलग से वहां पहुंचे।
कांग्रेस विधायक दल की हुई बैठक
जयपुर में गुरुवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में शामिल होने के लिए सचिन पायलट भी पहुंचे। इस बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने एक ट्वीट में कहा, ‘राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की संयुक्त बैठक में एकजुटता व मज़बूती से 8 करोड़ प्रदेशवासियों की सेवा तथा भाजपाई षड्यंत्र विफल करने का संकल्प लिया।’ उन्होंने कहा, ‘सोनिया जी व राहुल जी की दूरदर्शिता, अशोक गहलोत जी की परिपक्वता, सचिन पायलेट जी की निष्ठा रंग लायी। सत्यमेव जयते!’
गहलोत ने आगे बढ़ने का लिया संकल्प
सुबह मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट किया कि 'हमें फॉरगेट एन्ड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो की भावना के साथ लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में लगना है।' इसके बाद कांग्रेस ने गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले विधायक विश्वेंद्र सिंह तथा भंवर लाल शर्मा का निलंबन बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया। संगठन महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने ट्वीट कर कहा कि व्यापक विचार विमर्श के बाद इन दोनों विधायकों का निलंबन रद्द किया गया है।
भाजपा पेश करेगी अविश्वास प्रस्ताव
सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा करते हुए विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने गुरुवार को कहा, 'सुलह-समझौता कराने के प्रयासों के बावजूद एक समूह जयपुर की तरफ और दूसरा जैसलमेर की तरफ जा रहा है।' राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि गहलोत सरकार अपने अंतरविरोधों के चलते खुद गिर जाएगी।
पूनिया ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना
पूनिया ने कहा, 'वे भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं लेकिन उनके आंतरिक मामलों से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।' प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान की एसओजी टीम जो विधायकों को ढूंढने के लिए हरियाणा पहुंची थी, वे विधायक अब मुख्यमंत्री गहलोत से मिल रहे हैं लेकिन पुलिस की टीम इन विधायकों से कोई पूछताछ नहीं कर रही है।