- कांग्रेस के विधायकों का अब नया ठिकाना जयपुर की जगह जैसलमेर
- जयपुर से जैसलमेर के बीच कांग्रेस के कुछ विधायक लापता
- 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र होगा शुरू
जयपुर: अशोक गहलोत राजस्थान के सीएम हैं। लेकिन उनके सामने सरकार बचाने की चुनौती है। शुक्रवार को कांग्रेस के 96 विधायक जो जयपुर के फेयरमांट होटल में थे उनका ठिकाना बदल कर जैसलमेर हो गया और वो 13 अगस्त तक वहीं रहेंगे। 14 अगस्त को विधानसभा सत्र शुरू होगा और वो उस दिन सदन में नजर आएंगे। लेकिन बड़ी बात यह है कि जयपुर से जैसलमेर जाते वक्त 6 विधायक रास्ते से कहीं लापता हो गए और यह गहलोत सरकार के लिए मुश्किल भरी बात है।
गहलोत ने बताया क्यों लेते हैं अमित शाह का नाम
अशोक गहलोत ने अमित शाह पर निशाना साधा और यह बताया कि क्यों वो शाह का ही नाम लेते हैं। गहलोत बताते हैं कि अगर आप देखें तो चाहे कर्नाटक हो या मध्य प्रदेश, गोवा या मणिपुर हर जगह उनका ही नाम आता है और इस वजह से उन्हें शाह का नाम लेता हूं। दरअसर अमित शाह दिन रात यही सोचते रहते हैं कि किस तरह से वो गैर बीजेपी शासित राज्यों की सरकारों को गिरा दें।
बीजेपी की तरफ से गलत परिपाटी शुरू
सीएम अशोक गहलोत के अलावा कांग्रेस के करीब करीब सभी बड़े नेता आरोप लगाते हैं कि बीजेपी की तरफ से जिस राज संस्कृति की शुरुआत की गई है उसका दूरगामी असर होगा। आज हालात यह है कि बीजेपी के नेताओं की कोशिश है कि किसी तरह जनमत को दरकिनार कर गैर बीजेपी सरकारों को गिरा दिया जाए। मध्य प्रदेश उसका ताजा उदाहरण है। अगर आप अतीत में देखें को गोवा, मणिपुर, कर्नाटक उदाहरण है। राज्यसभा में रातों रात टीडीपी के सदस्यों को बीजेपी में शामिल करा दिया गया। इस तरह की राजनीति से देश का भला नहीं होने वाला है।
इसलिए लोग कांग्रेस को गंभीरता से नहीं लेते
जानकार कहते हैं कि यह बात सच है कि कांग्रेस के आरोप में दम है। लेकिन जिस तरह का कुकृत्य वो अपने शासन काल में किया करते थे उस वजह से आम जनमानस कांग्रेस के आरोपों को गंभीरता से नहीं लेता है। हां एक बात जरूर है कि जिस तरह से कांग्रेस की सरकारों को गिराया या गिराने की कोशिश के आरोप लगा रहे हैं वो बड़े परिदृश्य में सही नहीं है।