जयपुर : पंजाब कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नवजोत सिंह सिद्धू की नियुक्ति को लेकर उपजा विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ कि अब राजस्थान कांग्रेस में संकट नजर आ रहा है। राजस्थान कांग्रेस में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट में खींचतान के बीच अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पार्टी के विधायकों और नेताओं की बैठक बुलाई है, जिस पर सभी नजरें टिकी हुई हैं।
डोटासरा ने रविवार को सुबह 10:30 बजे पार्टी विधायकों और नेताओं की बैठक बुलाई है, जिसे सियासी रूप से बेहद अहम समझा जा रहा है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जबकि पंजाब कांग्रेस में अनबन की खबरों के बीच राजस्थान में भी गहलोत और पायलट गुट में असंतोष तथा रस्साकशी की खबरें लगातार आ रही हैं। समझा जा रहा है कि पंजाब के बाद कांग्रेस हाईकमान अब राजस्थान में अपना किला दुरुस्त करने में जुट गया है।
मंत्रिमंडल विस्तार की भी चर्चा
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान मामलों के प्रभारी अजय माकन के जयपुर दौरे को देखते हुए यह और भी अहम हो जाता है, जिनकी प्रदेश में पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ गहन वार्ता होनी है। चर्चा राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी है, जिसके बारे में बताया जा रहा है कि पायलट गुट सत्ता में 'अच्छी' भागीदारी की मांग कर रहा है। कांग्रेस हाईकमान इस मसले को जुलाई में ही सुलझा लेना चाहता है।
राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी की रिपोर्ट्स बीते एक साल से सामने आ रही है। उपमुख्यमंत्री रहते हुए सचिन पायलट की अगुआई में कई विधायकों ने बीते साल बगावत कर दी थी। हालांकि बाद में पार्टी उन्हें मनाने में सफल रही, लेकिन अब तक इस गुट को सत्ता में वह भागीदारी नहीं मिल पाई है, जिसकी मांग वे कर रहे हैं। पायलट ने कुछ दिनों पहले ही संकेत दिए थे कि वह पार्टी हाईकमान के संपर्क में हैं और उन्हें उम्मीद है कि उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, उस पर जल्द जरूरी कदम उठाए जाएंगे।