- जयपुर वालों को अब नहीं करना पड़ेगा अंडरपास में जलभराव का सामना
- नए बन रहे अंडरपास में जेडीए कर रहा पानी निकासी का पुख्ता इंतजाम
- लक्ष्मी मन्दिर तिराहा पर नई टेक्नोलॉजी से बनाया जा रहा अंडरपास
Jaipur News: जयपुर के लोगों को अब माॅनसून के दौरान अंडरपास जलभराव का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रशासन शहर के लक्ष्मी मंदिर तिराहे पर बन रहे दो-लेन अंडरपास और सब-वे में बारिश के पानी को रोकने का पुख्ता इंतजाम करने जा रहा है। यहां जलभराव की समस्या से निपटने के लिए 5 लाख लीटर क्षमता का भूमिगत जलाशय बनाया जा रहा है। इससे बारिश के दौरान अंडरपास में पानी भरने के बजाय सीधे इस भूमिगत जलाशय में पानी पहुंचेगा। इसके अलावा इस पानी का उपयोग पेड़-पौधों की सिंचाई में किया जाएगा। जयपुर में माॅनसून के दौरान अंडरपास के अंदर पानी भरना आम बात है। इस वजह से यातायात बुरी तरह से प्रभावित होता है।
अब इस समस्या से निजात पाने के लिए जेडीए नए अंडरपास निर्माण से पहले भूमिगत टैंक बनाने का निर्णय लिया है। यह टैंक 5 लाख लीटर का होगा, टैंक नेहरू बालोद्यान में बनाना प्रस्तावित है। अंडरपास से पहले पानी एकत्र करने के लिए विशेष टैंक तैयार किए जाएंगे। इससे पानी सीधे भूमिगत जलाशय में पहुंचेगा। साथ ही, अंडरपास में भरने वाले पानी को जलाशय तक पहुंचाने के लिए पावरफुल मोटर भी लगाई जाएगी। यह काम अंडपास निर्माण के दौरान ही होगा। अंडरपास बनाने वाली कंपनी जलाशय का निर्माण भी करेगी।
अंडरपास पर यह होगा काम
प्रशासन की योजना के अनुसार, लक्ष्मी मन्दिर तिराहा पर करीब 400 मीटर लम्बाई में दो-लेन अण्डरपास और दो पैदल यात्री सब-वे बनाए जाने है। जेडीए यह काम करीब 18 माह में पूरा करेगा। इस पर करीब 81.25 करोड रुपए खर्च होंगे। इससे लोगों को जलभराव से मुक्ति मिलेगी। बता दें कि, पिछले साल जेडीए द्वारा बनाए गए, अंडरपास में बरसात के दौरान पानी भरने की समस्या बनी रहती है। इसमें ट्रांसपोर्ट नगर अंडरपास, जेपी फाटक अंडरपास और सोढाला गुर्जर की थड़ी अंडरपास आदि में बारिश के दौरान पानी भर जाता है। जिससे लोगों को काफी समस्या होती है। इस बार जेडीए इन बातों को ध्यान में रखकर अंडरपास बनवा रहा है।