- ठग ने निगम के अधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में कर लिया था एक्सेस
- आयुक्त की फोटो लगा मांगे पैसे तो जोनल अधिकारी ने कर दिया ट्रांसफर
- नगर आयुक्त की शिकायत के बाद पुलिस ने शुरू की इस ठगी की जांच
Kanpur News: साइबर ठगों के निशाने पर अब आम नागरिकों ही नहीं यहां के अधिकारी भी हैं। ठग अब अधिकारियों के नाम पर व्हाट्सएप आईडी बनाकर अधिकारियों और आम लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इस तरह की एक ठगी का मामला कानपुर नगर निगम में सामने आया है। साइबर ठगों ने नगर निगम के अधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में एक्सेस कर वहां नगर आयुक्त की फोटो लगे नंबर से रुपयों की डिमांड कर दी। साइबर ठगों के इस जाल में जोनल अधिकारी फंस गए और उन्होंने बगैर कोई जांच पड़ताल किए रकम ट्रांसफर कर दी। बाद में जब नगर आयुक्त से बात हुई तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
अधिकारियों के अनुसार, जिस समय यह ठगी हुई उस समय नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन यहां से लखनऊ एक बैठक में गए थे। साइबर ठग ने नगर आयुक्त की फोटो लगाकर एक मैसेज नगर निगम के ग्रुप में डाल दिया। जिसमें उसने लोगों से जरूरी कार्य के लिए रुपये मांग रखे थे। नगर आयुक्त की फोटो देख जोनल एक के प्रभारी राकेश गुप्ता ने तत्काल दस हजार रुपये दिए गए नंबर पर भेज दिए। इसके बाद जब नगर आयुक्त से बात हुई तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। नगर आयुक्त ने डीसीपी पश्चिम विजय ढुल से इस संबंध में शिकायत की है।
पहले भी ई-मेल हैक करके हुईं घटनाएं
बता दें कि, कुछ माह पूर्व कई प्रतिष्ठित संस्थान के निदेशक समेत कई लोगों के ई-मेल हैक कर लोगों को पैसे मांगने के लिए ई-मेल भेजा था। ठगों के इस झांसे में कई लोग आकर पैसे भी दे दिए थे। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसके अलावा भी साइबर ठगी के कई मामले आये हैं। हालांकि व्हाट्सएप के माध्यम से ठगी करने का कानपुर में यह पहला मामला है। पुलिस के अनुसार मामले की जांच कर आरोपियों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।