- बड़ा चौराहे से नयागंज के बीच भूमिगत सुरंग इस माह के अंत तक होगी शुरू
- यात्रियों की सुविधा के लिए हर 250 मीटर पर दोनों सुरंगों के बीच एक फायरप्रूफ गेट बनेगा
- आग लगने की स्थिति में फायरप्रूफ गेट के पास ट्रेन रुकेगी और यात्री दूसरी सुरंग में पहुंचा दिए जाएंगे
Kanpur Metro: कानपुर मेट्रो निर्माण कार्य इस माह के अंत तक और रफ्तार पकड़ेगा। जून अंत से जुलाई के पहले हफ्ते के बीच बड़ा चौराहे से नयागंज के बीच भूमिगत सुरंग बनाई जाएगी। अहम बात है कि दूसरे शहरों की तुलना यह सुरंग अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगी। अगर इसमें आग भी लग जाएगी तो यात्री सुरक्षित स्थान तक बेहद आसानी से पहुंच जाएंगे।
जैसे मेट्रो के एलिवेटेड ट्रैक में अप और डाउन के दो रूट होते हैं, उसी तरह भूमिगत ट्रैक में भी होते हैं। बस अंतर इतना है कि इन दोनों सुरंगों के बीच दीवार होती है। यात्रियों की सुविधा को यहां हर 250 मीटर पर दोनों सुरंगों के बीच एक फायर प्रूफ गेट बनाया जाना है।
आग लगने पर यहां रोकी जाएगी मेट्रो
किसी ट्रेन या सुरंग में आग लगने की स्थिति में मेट्रो के पायलट को तुरंत यह पता चल जाएगा कि ट्रेन को किस फायर प्रूफ गेट के पास रोका जाए। ट्रेन के दरवाजे भी वहीं खुल जाएंगे, जो फायर प्रूफ हों। इससे यात्रियों को निकाल कर सुरंग के फायर प्रूफ गेट को खोलकर दूसरी लाइन की सुरंग में पहुंचा दिया जाएगा। इसके बाद गेट को बंद किया जाएगा, जिससे दूसरी सुरंग में धुआं नहीं चला जाए।
हर दो स्टेशनों के बीच होगा यह गेट
फायर प्रूफ गेट प्रत्येक दो-दो स्टेशनों के बीच में बनेंगे। यह इस तरह बनेंगे कि यात्रियों को ट्रेन से दूसरी सुरंग के स्टेशन तक पहुंचने के लिए 500 मीटर से ज्यादा न चलना पड़े। पहले मेट्रो सुरंग के बीच के गेट एनएफपीए की ओर से निर्धारित मापदंडों के आधार पर बनाए जाते थे। उसमें 244 मीटर पर गेट बनते थे, लेकिन अब नेशनल बिल्डिंग कोड बन चुका है। फिलहाल निर्माण कार्य शुरू करने के लिए कागजी कार्यवाही चल रही है। कागजी कार्यवाही पूरी होने के बाद इस महीने से काम शुरू हो जाना है।