- रेलवे लाइन की 18 में 14 क्रॉसिंगों पर एलिवेटेड ट्रैक बनाने की फिजिबिलिटी मिली
- सीएसजेएम विश्वविद्यालय के सामने नया रेलवे स्टेशन बनाने का प्रस्ताव
- कल्याणपुर और रावतपुर स्टेशन का वजूद होगा खत्म
Kanpur Elevated Railway Track: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन की 18 में 14 क्रॉसिंगों पर एलिवेटेड ट्रैक बनाने की फिजिबिलिटी मिल गई है। साढ़े 42 लाख रुपये से हो रहे फिजिबिलिटी सर्वे का काम कंपनी सिस्ट्रा इंडिया द्वारा किया जा रहा है। बुधवार को पूर्वोत्तर रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर (निर्माण) रविंदर मेहरा गोरखपुर से कानपुर पहुंचे और सर्वे की प्रगति जानी। उन्होंने अनवरगंज से मंधना के बीच क्रॉसिंग का दौरा किया और यहां के हालात देखे। इसके बाद उन्होंने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के सामने प्रस्तावित नए रेलवे स्टेशन के लिए रेल पटरी के किनारे कृषि विभाग की जमीन को देखा। एलिवेटेड रेलवे ट्रैक पर दलहन संस्थान की एक बीघा जमीन पर नया विश्वविद्यालय रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।
इस स्टेशन के निर्माण के बाद रावतपुर और कल्याणपुर स्टेशनों को खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि, सर्वे का काम 28 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। कानपुर मेट्रो, कानपुर नगर निगम, राज्य सरकार और सांसद की सहमति पहले ही मिल गई है। सर्वे रिपोर्ट की सहमति के बाद डीपीआर तैयार की जाएगी, डीपीआर को रेलवे बोर्ड में भेजा जाएगा।
सीएसजेएम विश्वविद्यालय के सामने नया रेलवे स्टेशन बनाने का प्रस्ताव दिया गया
बोर्ड की मंजूरी मिलते ही इसके निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू होगी। पूर्वोत्तर रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर (वर्क्स) रविंदर मेहरा ने कहा कि, एलिवेटेड ट्रैक बनाने की फिजिबिलिटी मिली है। 28 अगस्त तक सर्वे का काम पूरा हो जाएगा। सर्वे के बाद रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी जाएगी। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के सामने नया रेलवे स्टेशन बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। अनवरगंज से मंधना रेलवे स्टेशनों के बीच यह नया प्रस्तावित स्टेशन होगा। इस स्टेशन की दोनों स्टेशनों से दूरी करीब आठ-आठ किलोमीटर है।
रेलवे स्टेशन बनाने के लिए 700 मीटर लंबी और 30 मीटर चौड़ी भूमि की जरूरत
आपको बता दें कि, यूनिवर्सिटी के सामने कृषि विभाग की जमीन पर नए रेलवे स्टेशन बनाने के लिए 700 मीटर लंबी और 30 मीटर चौड़ी भूमि चाहिए होगी। रावतपुर और कल्याणपुर स्टेशन को मिलाकर एक स्टेशन किया जाएगा। यह स्टेशन यात्री सुविधाओं से लैस होगा, एलिवेटेड ट्रैक डबल रेलवे लाइन का बनाया जाएगा। यूनिवर्सिटी में तीन रेलवे लाइनें और दो प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 1500 से 1800 करोड़ है। वास्तविक कीमत सर्वे पूरा होने के बाद डीपीआर तैयार करने पर ही पता चल पाएगी।