- कानपुर में 34 से बढ़कर 38 हो जाएगी थानों की संख्या
- जाजमऊ, हनुमंत विहार, गुजैनी और रावतपुर में खुले थाने
- थानों में थानेदारों की तैनाती, सीयूजी नंबर भी हुआ अलॉट
Kanpur New Police Station: कानपुर पुलिस कमिश्नरी में अब थानों की संख्या 34 से बढ़कर 38 हो जाएगी। बुधवार को चार नए थाने शुरू कर दिए गए। इन नए चार थानों का औपचारिक उद्घाटन राष्ट्रपति के कानपुर दौरे के बाद किया जाएगा। संबंधित थाना क्षेत्र के रहने वाले अब इन थानों में एफआईआर दर्ज करवा सकेंगे। नए थाने जाजमऊ, हनुमंत विहार, गुजैनी व रावतपुर में खुले हैं।
पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि मौजूदा समय में चारों नए थानों में एफआईआर दर्ज करने से लेकर सभी कार्रवाई शुरू हो गई है। इन थानों में थानेदारों की तैनाती भी की जा चुकी है। सभी को सीयूजी नंबर भी अलॉट कर दिया गया है। पुलिस बल भी उपलब्ध है। जब तक नई बिल्डिंग नहीं बनती तब तक संबंधित चौकी में ही ये थाने चलेंगे।
अपराध पर लगेगी लगाम
कमिश्नरी से जुड़े कुछ थाने ऐसे हैं जहां अपराध सबसे ज्यादा है। इन थानों में नौबस्ता, बर्रा, कल्याणपुर व चकेरी शामिल हैं। अब शासन ने इन्हीं थानों के समानांतर क्षेत्रों में चार नए थाने शुरू किए हैं, ताकि काफी हद तक अपराध पर लगाम लगाई जा सके। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि शुरुआत में जनता भी संशय में हो सकती है कि उनका थाना क्षेत्र कौन सा है। इसलिए पहले से चल रहे थानों के अफसरों को निर्देशित किया गया है कि अगर पीड़ित उनके पास पहुंचता है और मामला उनके क्षेत्र का नहीं है, तो बाकायदा पुलिसकर्मी उसको नए थाने तक पहुंचाएं, जिससे उसकी वहां पर एफआईआर दर्ज हो सके या फिर अपने थाने में केस दर्ज कर संबंधित थाने में ट्रांसफर कर दें। पीड़ित थाने से वापस नहीं जाना चाहिए।
नए थानों के निर्माण से अपराध पर लगेगा अंकुश
गौरतलब है कि शहर के साउथ जोन में हमेशा से ही आपराधिक घटनाएं अधिक होती रही हैं। इनमें संजीत अपहरण हत्याकांड, आशुतोष अपहरण हत्याकांड जैसी घटनाओं पर तो पूरे प्रदेश की निगाहें टिकीं रहीं। मामूली बातों पर सांप्रदायिक तनाव की स्थिति भी क्षेत्र में अक्सर ही देखी जाती है इसलिए वहां नए थानों की सबसे अधिक जरूरत थी। वहीं, कल्याणपुर क्षेत्र का रावतपुर इलाका बेहद संवेदनशील है। यहां कानून-व्यवस्था बनाए रखना, पुलिस के लिए हमेशा से चुनौतीभरा रहा है। इन नए थानों को लेकर कमिश्नरेट के आला अफसरों ने कहा कि अब काफी हद तक अपराध पर अंकुश लगेगा। कुछ चौकियां ऐसी हैं जहां पर्याप्त जमीन है, वहां जल्द से जल्द थानों का निर्माण कराया जाएगा।