- कानपुर में गर्मी के दिनों में बढ़ती पानी की किल्लत से परेशान शहरवासी
- नगर निगम शहर में सूखे पड़े हैंडपंपों को कराएगा रिबोर
- कानपुर में 550 से ज्यादा हैंडपंप कराए जाएंगे रिबोर
कानपुर में पानी की समस्या सुधरने का नाम नहीं ले रही है। शहर के अधिकांश क्षेत्रों में पीने का पानी मिलना मुश्किल हो चुका है। पीने के पानी की समस्या से शहर के लाखों लोग परेशान हैं। कई मोहल्लों में एक तो पानी का प्रेशर काफी लो है, ऊपर से बदबूदार पानी आ रहा है। इसी प्रकार से और क्षेत्रों में पानी की टंकी खराब होने की वजह से बड़ी आबादी को दिक्कत उठानी पड़ रही है। हैंडपंपों पर लाइन बढ़ती जा रही है।
कानपुर में बढ़ती पानी की किल्लत को दूर करने के लिए नगर निगम ने सभी वार्डों में सूखे पड़े हैंडपंपों को रिबोर कराने की तैयारी की है। कानपुर के जलकल विभाग के मुताबिक इस पर काम तेजी शुरू हो गया है। इसी महीने काम को कंप्लीट कर लिया जाएगा। नगर निगम करीब साढ़े तीन करोड़ से 110 वार्डों में 550 से ज्यादा हैंडपंप रिबोर कराएगा।
नगर निगम के कई वार्ड में रिबोर का काम शुरू
जलकल विभाग ने हैंडपंप को रिबोर करवाने के लिए सिंचाई विभाग को भी लेटर लिखा है। सिटी के विभिन्न इलाकों में खराब और सूखे पड़े हैंडपंपों को चिन्हित करना शुरू कर दिया गया है। हर एक हैंडपंप पर लगभग 65 हजार रुपए का एस्टीमेट तैयार किया गया है। वहीं कई जगहों पर रिबोर का काम शुरू भी करा दिया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट के तहत रिबोर में लगभग 3.57 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
550 हैंडपंप को किया चिन्हित
नगर निगम परिसीमन के अलग-अलग क्षेत्रों में लगभग 13 हजार से अधिक हैंडपंप हैं। अधिकारियों के मुताबिक, चार हजार से अधिक हैंडपंप को रिबोर कराना है, लेकिन गर्मियों के सीजन को देखते हुए वार्ड के हिसाब से कुल 550 हैंडपंप को चिन्हित किया गया है। लोगों का कहना है कि गर्मी के दो महीने गुजरने के बाद नगर निगम को रिबोर की याद आई है। जबकि इसे समय रहते भी कराया जा सकता था।
लेवल गिरने से हो रही सप्लाई में परेशानी
गर्मियों के दिनों में पानी की जरूरत अधिक होती है, जिस वजह से कई बार सप्लाई भी पूरी तरीके से नहीं हो पाती है। इसके अलावा अधिकतर हैंडपंप सूखे पड़े हैं। वहीं गंगा का वॉटर लेवल गिरने से सप्लाई में भी दिक्कत आ रही है। जिसे देखते हुए नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में इस पर मुहर लगाई गई। जलकल विभाग के जीएम नीरज गौड़ ने बताया कि 110 वार्डो में 97 जगहों पर रिबोर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।