- एनसीआर जीएम प्रमोद कुमार को कानपुर रेलवे स्टेशन पर रेल नीर की बोतल 20 रुपए में मिली
- रेलवे के अधिकारी वेंडरों की स्टॉल्स की कर रहे हैं जांच, खुल गई पोल
- एक दशक बाद रेलवे स्टेशन पर हुई ऐसी कार्रवाई, सामने आईं अनियमितताएं
Kanpur Railway News : रेलवे स्टेशनों पर खाने-पीने के सामान की अधिक कीमत वसूलने सहित ग्राहकों को तय मानक से कम वजन की खाद्य सामग्री बेचने पर रेल प्रशासन अब कार्रवाई करेगा। इसी कड़ी में कानपुर के सेंट्रल स्टेशन स्थित प्लेटफॉर्म संख्या पांच पर एक खाद्य सामग्री की स्टॉल पर समोसे का वजन कम होना वेंडर को भारी पड़ गया। कार्रवाई करते हुए रेलवे के अधिकारियों ने स्टॉल पर ताला जड़ दिया।
इसके बाद रेल मंडल को भेजी गई रिपोर्ट के बाद वेंडर ने कहा कि खाद्य सामग्री का वजन तेल में तलने के बाद कम हो जाता है। दरअसल, मामला समोसे के वजन को लेकर उठा था। जिसमें समोसे का तय वजन 50 ग्राम की जगह 5 ग्राम मिला। हालांकि बाद में रेलवे अधिकारियों ने वेंडर को चेतावनी देकर सही वजन में खाद्य सामग्री ग्राहकों को बेचने के लिए पाबंद किया। इसे लेकर अब जन चर्चा है कि एक दशक बाद ऐसी कार्रवाई हुई है।
जीएम को महंगा मिला पानी तो चेता रेल प्रशासन
दरअसल, दौरे पर आए रेलवे के एनसीआर जीएम प्रमोद कुमार को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर रेल नीर की बोतल 20 रुपए में मिली। इसके बाद रेलवे के सभी अधिकारी चेते और आनन-फानन में वेंडरों की स्टॉलों की जांच कर रहे हैं। इस मामले में डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह व एसीएम संतोष त्रिपाठी के निर्देश पर चार सदस्यीय एक दल का गठन किया गया है। टीम अब क्षेत्र के सभी प्लेटफॉर्मों पर कम वजन, अधिक मूल्य वसूलने सहित अवैध स्टॉलों की जांच कर उनकी हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है। इसके साथ ही जांच के दौरान दोषी पाए जाने वाले वेंडरों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है।
रेलवे प्रशासन यात्रियों से ले रहा सुझाव
रेल प्रशासन रेलवे स्टेशनों पर बिकने वाली खाद्य सामग्री को लेकर यात्रियों से सुझाव भी ले रहा है। जिसमें कई शहरों की फेमस खाने-पीने की वस्तुओं को शामिल किया गया है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक अलग-अलग रेल मार्गों पर सर्वेे के दौरान करीब 200 पेंसेजर्स से खाद्य सामग्री को लेकर सुझाव लिए गए। उसके बाद एक रेलवे स्टेशन पर एक उत्पाद की नीति का एनसीआर लागू कर दिया गया है। जिसमें शामिल किए गए उत्पादों में उन्नाव का समोसा, कानपुर के लड्डू, फतेहपुर का पेड़ा व मैनपुरी का घेवर आदि शामिल हैं।