- विकास दुबे के घर में लगे 3 AC,12 पंखे, 20 CCTV, फ्रिज, लेकिन बिल आया मात्र 400 रुपए
- बिजली विभाग भी विकास दुबे की गुंडई के आगे था नतमस्तक
- विकास के सभी गुर्गे फ्री में करते थे बिजली का उपयोग, नहीं लगा था किसी के घर में भी मीटर
कानपुर: पुलिस और एसटीएफ के हाथों उज्जैन से कानपुर लाने के दौरान एक मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर एक और खुलासा हुआ है। इस खुलासे से साफ होता है कि विकास की मिलीभगत केवल पुलिस विभाग में ही नहीं थी बल्कि प्रशासन के अन्य विभागों में थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि बिजली विभगा भी विकास दुबे के आगे नतमस्तक था। विकास दुबे के घर में एसी, फ्रिज सहित सबमर्सिबल औऱ बिजली के तमाम उपकरण लगे हुए थे लेकिन इसके बावजूद भी उसके घर का बिल महज 450 रुपये आया था।
घर में 3 एसी, 20 सीसीटीवी कैमरे
विकास दुबे की शानदार कोठी में बिजली से संचालित होने वाले उपकरणों की बात करें तो इनमें तीन एयर कंडीशनर (एसी), 30 के करीब बल्ब, एक सबमर्सिबल, तीन एलईडी टीवी. दो रेफ्रिजेटर, एक दर्जन से अधिक पंखों के अलावा 20 सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए थे। इतने साले बिजली से चलने वाले उपकरणों के बावजूद भी घऱ का बिल महज 450 रुपये आया है। भरपूर बिजली का इस्तेमाल होने के बावजूद भी दुबे के घर में 1 किलोवाट का बिजली मीटर लगा हुआ था। जो बिल आया है उसमें बेसिक चार्ज और कुछ रीडिंग ही बिल दिखाया गया है।
पूरी दबंगई
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो विकास के घर का बिल भी सब स्टेशन में जमा हो जाता था लेकिन कौन जमा करता था इसका पता नहीं चल पाया है। बिजली विभाग के कर्मचारियों की इतनी हिम्मत नहीं थी कि वो विकास की कोठी में जाकर चैक कर सकें कि कितनी बिजली की खपत वहां हो रही है। विकास की दबंगई का ही आलम था कि कोई भी सरकारी या शासकीय कर्मचारी/अधिकारी उस पर हाथ डालने से डरता था। इतना ही नहीं विकास के जो गुर्गे थे उनके यहां भी मीटर नहीं लगा था।
गर्मी नहीं होती थी बर्दाश्त
विकास दुबे के बारे में जो बात अब सामने निकलकर आ रही है उसके मुताबिक उससे गर्मी बर्दाश्त नहीं होती थी। वह घर में रहे या गाड़ी में हर जगह उसे एसी चाहिए होता था। घर में जब भी विकास कमरे में प्रवेश करता था तो उससे 10 मिनट पहले वहां एसी चलाया जाता था। इसी तरह गाड़ी में विकास के बैठने से 10 मिनट पहले एसी चला दिया जाता था तांकि गाड़ी ठंडी हो सके। विकास केसभी गुर्गे बिजली का मुफ्त इस्तेमाल करते थे। फिलहाल बिजली विभाग भी जांच में जुट गया है। कहा जा रहा है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।