- कानपुर में बदमाशों ने पुलिस पर किया हमला, डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद
- पुलिस की यह टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए गई थी
- हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथियों ने घात लगाकर किया पुलिस टीम पर हमला
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की एक टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें एक सीओ, एक एसओ, दो एसआई तथा 4 जवान समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए है। शहीद होने वालों में डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा, भी शामिल हैं। पुलिस को सूचना मिली थी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे गांव में छिपा है और विकास दुबे के इतिहास को देखते हुए करीब 40 पुलिसकर्मियों की टीम वहां पहुंची थी। फिलहाल एडीजी, कानून- व्यवस्था प्रशांत कुमार वारदात वाली स्थल बिकरु गांव में पहुंच गए हैं जहां आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।
रास्ते में जेसीबी लगाकर ब्लॉक कर दी सड़क
लेकिन विकास दुबे इतना शातिर था कि उसने रास्ते में जेसीबी लगवा दी जिससे पुलिसकर्मी आगे नहीं आ सके और पैदल जाने लगे। इसी दौरान ऊंचाई पर बैठे विकास दुबे के लोगों ने पुलिस पर गोलियों की बौछार कर दी जिसमें 8 पुलिसकर्मी वीरगति को प्राप्त हो गए। विकास दुबे एक पेशवेर अपराधी है जिसपर 50 से अधिक मामले दर्ज है जिसमें हत्या, फिरौती, अपहरण जैसे कई मामले सामने हैं। एक शिकायत मिलने के बाद पुलिस को पता चला कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे यहां छिपा है तो वह विकास दुबे को पकड़ने के लिए गई थी।
डीजीपी ने कही ये बात
यूपी के डीजीपी एस सी अवस्थी ने कहा, 'एक बहुत शातिर अपराधी है जिसका नाम विकास दुबे है इसके खिलाफ 307 का केस एक शख्स ने 24 घंटे पहले दर्ज करवाया था। पुलिस टीम उसे पकड़ने गई थी। जहां पर पार्टी गई थी तो इन्होंने जेसीबी लगा दी। टीम पैदल गई तो ये लोग ऊंचाई पर खड़े हुए थे और अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जिसमें हमारे 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं जबकि सात जवान घायल हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। तमाम फोरेंसिंक टीम वहां पहुंच चुकी हैं। एडीजी से लेकर तमाम वरिष्ठ अधिकारी वहां पहुंच गए हैं। हमारी प्राथमिकता इसक अपराधी तथा इसके साथियों को पकड़ना है। इसके बाद ये पता लगाएंगे की इनके पास इतनी बड़ी संख्या में हथियार कहां से आए।'
योगी ने दिए आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर शोक जताते हुए तुरंत कार्रवाही करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने डीजीपी एचसी अवस्थी को अपराधियों के खिलाफ कड़े ऐक्शन लेने के निर्देश दिए हैं और इस घटना की रिपोर्ट भी मांगी है।
घात लगाकर किया हमला
पुलिस अपराधी के इतिहास को देखते हुए बड़ी संख्या में गई थी। पुलिस टीम जब गांव में पहुंची तो वहां पहले से ही घात लगाकर बैठे हुए विकास दुबे के लोगों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। घटना को लेकर योगी आदित्यनाथ ने तुरंत संज्ञान में ले लिया है। विकास दुबे वही अपराधी है जिसने कानपुर 2001 में थाने में घुसकर तत्कालीन राज्यमंत्री शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी है।