- पत्नी से अवैध संबंध के शक में भाई की बेरमही से हत्या
- सो रहे भाई पर लाठी से किए कई वार, आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
- आरोपी की चार माह पहले ही हुई थी शादी, पत्नी के चरित्र पर था शक
Kanpur Murder: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने अपने छोटे भाई की पीट-पीटकर जान ले ली। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने पिता की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, महाराजपुर में शनिवार देर रात एक शख्स ने अपने छोटे भाई (अधिवक्ता) की बेरहमी से हत्या कर दी। जिस समय आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया, वह सो रहा था।
परिवार के सभी लोग भी छत पर सो रहे थे। सुबह वारदात की जानकारी हुई। तड़के जब परिजन छत से नीचे आए तो अधिवक्ता का खून से लथपथ शव चरपाई पर पड़ा था। सूचना पर पहुंची पुलिस की जांच शुरू की, शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी को शक था कि उसके भाई के संबंध उसकी पत्नी से हैं। महुआ गांव के मजरा घाघूखेड़ा के रहने वाले धनंजय सिंह किदवई नगर के मिड डे मील सेंटर पर खाना बनाता है।
धनंजय ने सोते वक्त शिव बहादुर पर डंडे से हमला कर हत्या की
पिता जगदीश यादव के अनुसार इस साल 18 मई को धनंजय की शादी हुई थी। घर में छोटा बेटा शिव बहादुर सिंह (29) भी परिवार के साथ रहता था। शनिवार को खाना खाने के बाद शिव बहादुर बरामदे में सो गया। परिवार के बाकी सदस्य छत पर सो रहे थे। देर रात धनंजय ने सोते वक्त शिव बहादुर पर डंडे से वार कर हत्या कर दी। हत्या कर आरोपी वहां से फरार हो गया। तड़के जब धनंजय की पत्नी छत से नीचे आई तो बरामदे में खून ही खून फैला था। शिव बहादुर का शव चरपाई पर खून से लथपथ पड़ा था। यह देखते ही उसकी चीख निकल गई। इस पर परिजन भी नीचे आ गए।
शिव बहादुर पीसीएसजे की तैयारी कर रहा था
एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह के अनुसार, जांच में सामने आया कि धनंजय अपनी पत्नी और भाई पर शक करता था। उसे लगता था कि भाभी और देवर के बीच अवैध संबंध हैं, इसलिए उसने छोटे भाई की हत्या कर दी। पिता जगदीश की तहरीर पर आरोपी धनंजय पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। यह भी जांच में सामने आया है कि धनंजय को सनक चढ़ती है। वह बहुत शक करता है। घर में अक्सर वह शक के कारण विवाद रहता था। भाई शिव बहादुर से भी रंजिश रखता था। पिता जगदीश के अनुसार, जिस बात को लेकर आरोपी धनंजय शक करता था, ऐसा कुछ नहीं था लेकिन वह मानता नहीं था। आखिर में आरोपी की इतनी सनक बढ़ गई कि भाई को ही मार डाला। शिव बहादुर पीसीएसजे की तैयारी कर रहा था। इसके साथ ही वह कचहरी में प्रैक्टिस करता था।