- छोटे भाई पर पत्नी से अवैध संबंध होने का था बड़े भाई को शक
- बरामदे में सो रहे अधिवक्ता छोटे भाई की लाठी से वार कर हत्या कर दी
- वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार
Kanpur Murder: कानपुर में रिश्तों के कत्ल की एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। जहां पर शक की दीमक खून के रिश्तों को चट कर गई। पत्नी के चरित्र पर शक को लेकर बड़े ने छोटे भाई को मार डाला। घटना शनिवार देर रात्रि को कानपुर के महाराजपुर इलाके में हुई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भाई मौके से फरार हो गया। वारदात की जानकारी परिजनों को सुबह छत से नीचे आने के बाद मिली तो उनके होश उड़ गए। परिजनों ने देखा की बरामदे में चारों ओर खून ही खून बिखरा पड़ा है।
पिता की रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की 3 टीमों का गठन किया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। इधर, फॉरेंसिक टीम ने मौके से हत्या के काम में लिया गया खून से सना डंडा व आरोपी की खून से सनी शर्ट बरामद कर अपने कब्जे में ली है।
पत्नी पर करता था शक
एसपी कानपुर ग्रामीण स्वरूप सिंह के मुताबिक मृतक शिव बहादुर सिंह के पिता जगदीश यादव की रिपोर्ट पर आरोपी बड़े बेटे धनंजय सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। एसपी के मुताबिक गांव महुआ के मजरा घाघूखेड़ा का रहने वाला धनंजय सिंह कानपुर के किदवई नगर के मिड डे मील सेंटर में कुक का काम करता है। आरोपी के पिता ने पुलिस को बताया कि, गत 18 मई 2022 को धनंजय का विवाह हुआ था। घर में उनका छोटा बेटा अधिवक्ता शिव बहादुर भी रहता था। शनिवार देर रात को आरोपी ने छोटे बेटे की लाठियों से पीट- पीट कर हत्या कर दी। घटना की जानकारी सबसे पहले आरोपी की पत्नी को पता चली। इसके बाद उसने सबको बताया। एसपी के मुताबिक जांच में प्रथम दृष्टया सामने आया है कि, आरोपी को अपनी पत्नी व भाई पर अवैध संबंध होने का शक था। यही वजह थी कि, उसने इतनी बड़ी खौफनाक वारदात कर डाली।
आरोपी का था सनकी मिजाज
एसपी के मुताबिक पुलिस जांच में ये बात भी सामने आई है कि, आरोपी का दिमाग थोड़ा सनकी था। वह हर बात पर गुस्सा करता था। उसके पिता के मुताबिक छोटे भाई से भी वह रंजिश रखने लगा था। पुलिस के मुताबिक मृतक कोर्ट में प्रैक्टिस करता था। इसके अलावा वह पीसीएसजे की तैयारी भी कर रहा था। परिजनों के मुताबिक पत्नी व भाई के बीच अवैध संबंधों की बात को लेकर घर में कई बार झगड़े हुए। उसे समझाया गया कि, ऐसा कुछ भी नहीं है। मगर वह इसे मानने को तैयार ही नहीं हुआ।