- बिकरू कांड में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
- पुलिस ने विकास दुबे के 5 साथियों को लिया हिरासत में
- 48 घंटे के भीतर पुलिस ने विकास के 5 साथियों को हिरासत में लिया
कानपुर : बिकरू कांड के बाद पुलिस एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे के पांच साथियों को 48 घंटों के भीतर पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया है। करीब 45 दिनों के संघर्ष के बाद पुलिस इन अपराधियों को को पकड़ पाने में कामयाब हुई है। इनमें से किसी ने आत्मसमर्पण किया है तो किसी को पुलिस ने खुद से गिरफ्तार किया है।
स्पेशल टास्क फोर्स को अब दुबे के छह अन्य साथियों की तलाश है जो फिलहाल फरार बताए जा रहे हैं। ये सभी मोस्ट वांटेड अपराधी हैं जो पुलिस कि हिट लिस्ट में शामिल हैं।
दो आरोपी जिलेदार उर्फ विष्णुपाल और शिवम दुबे ने बुधवार दोपहर को कानपुर देहात के माटी में एंटी डकैती स्पेशल कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके अलावा दो अन्य रमेश दिवेदी और मनीष दिवेदी को बुधवार देर शाम शिवली रोड के निकट बेला क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया। दुबे के एक प्रमुख साथी धीरेंद्र उर्फ धीरु ने मंगलवार को देर शाम हाई कोर्ट में काफी ड्रामे के बाद सरेंडर कर दिया था।
एसटीएफ ने कोर्ट परिसर में अपने आदमियों को सादे कपड़ों में तैनात किया था। कोर्ट में वह अपने वकील के साथ था, जहां पुलिस को उसके वकील से भी काफी झड़प का सामना करना पड़ा था। जिला पुलिस ने विकास दुबे के फायनांसर जय बाजपेई के फरार तीन भाईयों के बारे में जानकारी देने पर 25,000 रुपए के इनाम की भी घोषणा की थी।
बता दें कि गैंग्स्टर विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे ने अपने बेटे और वकील के साथ मिलकर मंगलवार को पति दुबे की अस्थियां गंगा नदी में बहाईं। अंतिम संस्कार के करीब 38 दिनों बाद उसने उसकी अस्थियां बहाई है। गैंग्स्टर विकास दुबे की विधवा पत्नी रिचा दुबे ने अपने बेटे और अपने वकील के साथ मंगलवार को भैरव घाट से अपनी पति की अस्थियां जमा कर उसे गंगा नदी में विसर्जित कर दिया। बता दें कि 10 जुलाई को पुलिस ने एनकाउंटर में उसे मार गिराया था।