- युवक ने ऑनलाइन मूर्ती मंगवाकर बताया कि खेत से निकली हैं वर्षों पुरानी मुर्तियां
- ऑर्डर पहुंचाने वाले डिलीवरी ब्वॉय ने खोली पोल
- पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
Kanpur Crime: धर्म-कर्म, तंत्र-मंत्र के नाम पर तो लोगों को बेवकूफ बनते हुए तो खूब देखा जाता है, लेकिन कानपुर के निकट उन्नाव में देवी-देवताओं के नाम पर हुए फर्जीवाड़े के बारे में जानकार शायद हैरानी हो। बता दें कि उन्नाव में एक युवक ने गांव के लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए ऑनलाइन तरीके से देवी-देवताओं की मूर्ति मंगवा ली। इसके बाद युवक ने अफवाह फैला दी कि उसके खेत से वर्षों पुरानी मूर्तियां निकली हैं। पूरा गांव मूर्तियां देखने के लिए मौके पर उमड़ पड़ा, पूजा पाठ के साथ-साथ भारी भरकम चढ़ावा चढ़ने लगा, लेकिन ये सब अधिक दिनों तक नहीं चल पाया। युवक की पोल खुल गई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि मूर्तियों के मिलने का मामला बढ़ने लगा था और मीडिया में छा गया, जिसके बाद यह बात पुलिस तक पहुंच गई थी। आसीवन थाना पुलिस ने मामले की जानकारी पुरातत्व विभाग को दी। बता दें कि अशोक कुमार मूर्तियां लेकर खेत में पहुंच गया और त्रिपाल लगा दिया। वहां गांव वालों की भीड़ भी इकट्ठा हो गई और पूजा पाठ भी होने लगा। आसापास के इलाके में यह खबर आग की तरह फैल गई। लोग आ रहे थे और मूर्तियों पर चढ़ावा चढ़ा रहे थे।
ऐसे खुली ठगों की पोल
बता दें कि इस सब के बीच गांव में वो डिलीवरी ब्वॉय पहुंच गया, जिसने मूर्तियां ऑनलाइन तरीके से पहुंचाई थी। डिलीवरी ब्वॉय ने गांववालों के सामने इस फर्जी युवक की पोल खोलकर रख दी। उसने सभी को बताया कि यह मूर्तियां ऑनलाइन मंगवाई गई हैं और उसने ही इस अशोक कुमार को डिलीवर की थी। उसने ये भी बताया कि मूर्तियों का मुल्य 169 रुपए है।
पुलिस ने किया शांति भंग में चालान
जानकारी के लिए बता दें कि डिलीवरी ब्वॉय गोरेलाल ने मामले की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और अशोक कुमार और उसके पुत्र रवि गौतम, विजय गौतम को त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया। आसीवन थाना पुलिस ने बताया है कि, पकड़े गए लोगों के खिलाफ शांति भंग में कार्रवाई कर चालान कर दिया गया है।