- कानपुर पुलिस ने गिरोह के दो शातिर आरोपी दबोचे
- आरोपियों ने पूछताछ में किए बड़े खुलासे
- आरोपियों के पास से 106 मोबाइल और पौने दो किलो चरस मिली
Kanpur Police Action: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में पुलिस ने एक गिरोह के दो सदस्यों को दबोचा है। इस गिरोह के सदस्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में मोबाइल चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। इसके साथ ही चरस और गांजा भी बेचते थे। पकड़े गए दोनों आरोपियों के पास से पौने दो किलो चरस और 106 मोबाइल बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर समेत कई मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस इस गिरोह के अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बताया कि, कर्नलगंज पुलिस मैदान के पास रहने वाले प्रवेश और बाबूपुरवा क्षेत्र के मुंशीपुरवा निवासी शाहरुख उर्फ नूर आलम को पुल के नीचे रेलवे लाइन से गिरफ्तार किया गया है।
चरस की कीमत दो लाख, मोबाइल की कीमत 25 लाख रुपये
दोनों आरोपियों के पास से बरामद किए गए 106 मोबाइल की कीमत 25 लाख रुपये बताई गई है। वहीं पौने दो किलो चरस की कीमत दो लाख रुपये बताई गई है। वहीं आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ के दौरान चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि गिरोह में कई बच्चे भी शामिल हैं। इस गिरोह के सदस्य अजमेर, धार्मिक स्थल और रेलवे स्टेशनों पर ज्यादातर मोबाइल चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। उन्होंने बताया कि, मोबाइल चोरी करने के बाद शाहरुख और परवेज को दे देते थे। इस गिरोह में कुल 12 सदस्य बताए गए हैं।
मोबाइल का बदल देते थे आईएमईआई नंबर
आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ के दौरान यह भी खुलासा किया है कि वह चोरी के मोबाइल का आईएमइआई नंबर बदल देते थे। इसके बाद चोरी के मोबाइल को नेपाल में बेच देते थे। पुलिस के अनुसार परवेज पर नवाबगंज, बजरिया और बाबूपुरवा में पांच मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी के खिलाफ बजरिया से गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है। इसके अलावा आरोपी शाहरुख पर चकेरी में तीन मुकदमे दर्ज बताए गए हैं। उधर, डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार का कहना है कि, गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।