- यह गिरोह पर्यटन स्थल पर करता था लूट और नशा तस्करी
- आरोपियों से 106 मोबाइल और 1.800 ग्राम चरस भी बरामद
- यह गिरोह लूटे हुए सभी मोबाइल को करता था नेपाल में सप्लाई
Kanpur Crime: कानपुर पुलिस ने एक ऐसे गैंग को पकड़ने में सफलता पाई है जो कानपुर के अलावा आगरा, अजमेर समेत देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर लूट और चरस बिक्री का काम करता था। बाबू पुरवा पुलिस ने इस गिरोह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, ये दोनों इस गैंग के सरगना है। पुलिस ने दोनों के पास से लूटे गए 106 मोबाइल और 1.800 ग्राम चरस भी बरामद किया है।
पुलिस के अनुसार इन दोनों लुटेरों के खिलाफ कानपुर के बाबू पुरवा थाने समेत कई अन्य थानों में भी गैंगस्टर, लूट, चोरी आदि के करीब 20 मामले दर्ज हैं।इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बताया कि बाबू पुरवा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि नए पुल के नीचे रेलवे लाइन पर दो लुटेरे मौजूद हैं, जिसके बाद एक टीम ने दोनों को दबोच लिया। इसके बाद जब दोनों से पूछताछ कर पहचान की गई तो कई मामलों का खुलासा होता चला गया।
गिरोह में 12 से ज्यादा लोग शामिल
दोनों ने पूछताछ में अपना नाम कर्नलगंज के बब्लू जिलानी हाता निवासी परवेज और मुंशीपुरवा निवासी शाहरुख उर्फ नूर आलम बताया। डीसीपी ने बताया कि ये लुटेरे कानपुर, आगरा, अजमेर समेत विभिन्न पर्यटक जिलों में रेलवे स्टेशन और बस अड्डे में लूटपाट करते थे। पुलिस के अनुसार लूटे गए मोबाइलों को नेपाल भेजा जाता और वहां पर इनके आईईएमआई नंबर बदल कर यूज किए जाते। डीसीपी ने बताया कि पकड़े गए दोनों लुटेरे गिरोह के सरगना हैं। इनके गिरोह में 12 से ज्यादा सदस्य काम करते हैं। जो मोबाइल लूट कर शाहरुख और परवेज को देते थे। उसके बदले में उन्हें रुपये नहीं बल्कि उसी कीमत पर चरस दिया जाता था। डीसीपी ने बताया गिरोह के सदस्यों की तलाश की जा रही। जल्द ही बरामद किए गए सभी मोबाइल के मालिकों का पता लगा लिया जाएगा।