- कानपुर में आत्महत्या का बड़ा मामला
- प्रधानाचार्य ने फांसी लगाकर दी जान
- सुसाइड नोट से खुला मौत का राज
Kanpur Suicide Case: कानपुर में प्रधानाचार्य सरिता यादव की मौत का जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि वह खुद ही हैं। सरिता यादव के शव के पास पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला था। सुसाइड नोट में लिखा है कि, मैं अपनी मर्जी से जान दे रही हूं। मेरी मौत की जिम्मेदार मैं खुद हूं। हालांकि पुलिस अभी पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि, घटना के हर बिंदु के आधार पर जांच की जा रही है।
बिधनू थाना क्षेत्र के न्यू आजाद नगर गंगापुर कॉलोनी निवासी सरिता यादव ने शुक्रवार की रात को फांसी के फंदे से लटक कर जान दे दी थी। वहीं शुक्रवार सुबह उनका शव पंखे से दुपट्टे के सहारे लटका मिला। सरिता का शव देख परिजनों में कोहराम मच गया था।
पुलिस जांच में सामने आई यह बड़ी वजह
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था। इस दौरान पुलिस को शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला था। जिसमें सरिता यादव ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को बताया लेकिन, जांच में पता चला कि, सरिता यादव कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थी। पुलिस की जांच में पारिवारिक कलह की बात भी सामने आई है। पुलिस का कहना है कि, मानसिक तनाव में आकर ही महिला ने यह कदम उठाया है।
तीसरी मंजिल पर रहता है परिवार
बता दें कि, सरिता यादव एक पब्लिक स्कूल में प्रधानाचार्य थीं। वह अपने पति विजय और 11 साल के बेटे शौर्य के साथ स्कूल की तीसरी मंजिल पर रहती थीं। पति पत्नी के बीच आए दिन क्लेश होता रहता था। पुलिस घटना के सभी बिंदुओं के आधार पर जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार, सरिता यादव के ससुर राजकुमार यादव भी दो स्कूल चलाते हैं। एक स्कूल बिधनू में तो दूसरा बाबूपुरवा में है। बताया गया कि, बाबूपुरवा वाले स्कूल को वे खुद चलाते थे, जबकि बिधनू वाले स्कूल को सरिता यादव चलाती थीं। शादी के बाद ससुर राजकुमार ने ही बहू सरिता यादव को बी.एड कराया था। इसके बाद सरिता यादव को बिधनू स्कूल का प्रधानाचार्य बना दिया गया था।