- कानपुर की जनता के लिए खुशखबर
- ढाई साल बाद चलेगी मेट्रो
- कंपनी ने शुरू किया मिट्टी का परीक्षण
Kanpur Metro Update: उत्तर प्रदेश में कानपुर शहर के लिए एक अच्छी खबर है। शहरवासी ढाई साल बाद आईआईटी से नौबस्ता तक मेट्रो का सफर कर सकेंगे। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर से नौबस्ता तक एलिवेटेड मेट्रो ट्रैक के निर्माण के लिए कंपनी ने मिट्टी का परीक्षण शुरू कर दिया है। यह काम 2024 तक पूरा किया जाना है। बताया गया कि इसी अवधि में चुन्नीगंज से ट्रांसपोर्ट नगर तक भूमिगत मेट्रो ट्रेन का भी काम पूरा किया जाना है। खास बात यह है कि ढाई साल बाद शहरवासी 23 किलोमीटर के रूट पर मेट्रो में सफर कर सकेंगे। उधर, इसी ढाई साल के दौरान सीएसए बर्रा-8 के रूट को पूरा किए जाने की योजना बनाई गई है।
मिली जानकारी के अनुसार यूपीएमआरसी कॉरिडोर-1 के पहले चरण में आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो ट्रेन चलाने के साथ ही दूसरे चरण में चुन्नीगंज से नरोना चौराहे तक चार भूमिगत स्टेशनों का निर्माण और मेट्रो ट्रैक बिछवा रहा है। वहीं तीसरे चरण में नरोना चौराहे से सेंट्रल स्टेशन, झकरकटी होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर तक भूमिगत मेट्रो ट्रैक और स्टेशनों के निर्माण के लिए शिलान्यास 10 जून को हुआ है।
ट्रांसपोर्ट नगर से नौबस्ता तक एलिवेटेड ट्रैक का निर्माण
मेट्रो रेल के डीजीएम पंचानन मिश्रा के अनुसार चौथे चरण में ट्रांसपोर्ट नगर से नौबस्ता तक 5.42 किलोमीटर के एलिवेटेड ट्रैक का निर्माण किया जाना है। वहीं टीम ने निर्माण के लिए मिट्टी परीक्षण शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि ढाई साल बाद शहरवासियों का यह इंतजार खत्म हो जाएगा। मेट्रो रेल के डीजीएम (पीआर) पंचानन मिश्रा ने बताया कि इस निर्माण कार्य के लिए 526 करोड़ रुपये की लागत लगेगी। टीम ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
मेरठ से दिल्ली के बीच रैपिड और मेट्रो ट्रेन का निर्माण
बता दें कि मेरठ से दिल्ली के बीच रैपिड और मेट्रो ट्रेन का निर्माण भी तेजी के साथ चल रहा है। वहीं 2023 तक दिल्ली से दुहाई तक रैपिड रेल का संचालन शुरू हो जाएगा। इसके बाद 2025 तक मेरठ के मोदीपुरम तक रैपिड रेल चल जाएगी। उधर, मेरठ में मोदीपुरम से परतापुर और श्रद्धापुरी से गोकुलपुर (मेडिकल) तक तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी।