- पुलिस ने शांति भंग की धराओं में बंद किया था बेटे को
- खाना लेकर थाने गई महिला को नहीं मिलने दिया गया
- बेटे को जेल भेजने की बात सुनकर महिला को लगा सदमा
Kanpur News: कानपुर में जेल की सलाखों के पीछे बंद अपने बेटे को देख एक मां यह पीड़ा व दुख नहीं सह पाई। बेटे से मिलने के बाद महिला को हार्ट अटैक आ गया, जिससे पुलिस स्टेशन के अंदर ही उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही सैकड़ों ग्रामीण भी थाने पहुंच गए और थाने के बाहर महिला का शव रखकर जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने पुलिस पर महिला को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
यह पूरा मामला जिले के नर्वल थाना क्षेत्र के आखरी गांव का है। इस गांव के रहने वाले नितेंद्र कुमार का किसी बात को लेकर गांव के ही अंकित साहू का किसी बात को लेकर 29 जुलाई को झगड़ा हो गया था। आरोप है कि अंकित ने इस दौरान नितेंद्र के साथ मारपीट करते हुए उसे जाति सूचक शब्द कहे थे, जिस पर पुलिस ने अंकित पर शांति भंग की धारा में कार्रवाई कर दी थी। इसके बाद तीन अगस्त को एक बार फिर दोनों में कहा सुनी हुई। जिसकी शिकायत करने नरवाने थाने पहुंचे नितेंद्र को पुलिस ने पीटा और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर भगा दिया। लेकिन जब नितेंद्र शिकायत देने पर अड़ गया तो पुलिस ने उस पर शांति भंग की धाराएं लगा कर थाने में बंद कर दिया।
बेटे के लिए खाना लेकर थाने पहुंची थी मां
बेटे को थाने में बंद किए जाने की जानकारी मिलने के बाद नितेंद्र की मां राजेश्वरी देवी खाना लेकर थाने पहुंची थी। आरोप है कि वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे बेटे को खाना नहीं खिलाने दिया। साथ ही किसी ने महिला को बताया कि उसके बेटे का चालान कर दिया गया है, अब वह सीधे जेल की रोटी खाएगा। इन बातों को सुनकर महिला को सदमा लगा और हार्ट अटैक आ गया। जब तक किसी को कुछ समझ में आता महिला की मौत हो चुकी थी। आनन-फानन में पुलिसकर्मी उसे अस्पताल लेकर भागे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसकी जानकारी होने पर ग्रामीण भड़क गए और थाने के बाहर शव रख कर जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने महिला को धमकाया था, जिसके कारण ही उसकी मौत हुई। दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाए।