- कानपुर में एलिवेटेड ट्रैक का नए स्टेशन मेट्रो से होगा कनेक्ट
- सर्वे टीम ने की सिफारिश, लोड होगा कम
- स्टेशन और क्रॉसिंगों के सर्वे का काम पूरा
Kanpur Elevated Railway Track: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में अनवरगंज से मंधना के बीच प्रस्तावित एलिवेटेड ट्रैक पर दलहन अनुसंधान के पास नए स्टेशन का प्रावधान सर्वे टीम ने किया है। फर्रुखाबाद रूट के इस एलिवेटेड ट्रैक की मेट्रो के यूनिवर्सिटी स्टेशन से कनेक्टिविटी करने की भी सिफारिश सर्वे में की गई है। तर्क दिया है कि, फर्रुखाबाद की तरफ से आने वाले यात्रियों को शहर में जाना है तो वे लोग सड़क मार्ग के बजाय मेट्रो के जरिए आगे का सफर करें। मंधना से अनवरगंज के बीच एलिवेटेड ट्रैक को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे की इंजीनियरिंग इकाई और सिस्ट्रा कंपनी के अभियंता सर्वे कर रहे हैं।
स्टेशन और क्रासिंगों के सर्वे का काम पूरा चुका है। सोमवार से सर्वे टीम मृदा परीक्षण का काम शुरू करेगी। सर्वे टीम ने इस बात का भी आकलन किया है कि, फर्रुखाबाद रूट से नए स्टेशन पर रोजाना लगभग 15,000 यात्रियों का लोड होगा।
रावतपुर और कल्याणपुर स्टेशन बंद करने की सिफारिश
टीम के अनुसार, इसमें से 70 फीसदी यात्रियों को शहर जाना होता है तो वे लोग सड़क मार्ग के बजाय मेट्रो से गोल चौराहे या मोतीझील तक पहुंच जाएंगे, जबकि अब तो मेट्रो का काम फूलबाग तक युद्धस्तर पर जारी है। पूर्वोत्तर रेलवे की सर्वे टीम ने रावतपुर और कल्याणपुर स्टेशनों को बंद करने की रिपोर्ट में सिफारिश की है। इसे डीपीआर में शामिल भी किया जाएगा। दोनों स्टेशनों को खत्म करने का अंतिम फैसला रेलवे बोर्ड लेगा।
700 मीटर लंबी और 30 मीटर चौड़ी जमीन की होगी जरूरत
गौरतलब है कि, छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के सामने नया रेलवे स्टेशन बनाने का प्रस्ताव सर्वे टीम ने दिया है। अनवरगंज से मंधना रेलवे स्टेशनों के बीच यह नया प्रस्तावित स्टेशन बनेगा। इस स्टेशन की दोनों स्टेशनों से दूरी करीब आठ-आठ किलोमीटर रहेगी। यूनिवर्सिटी के सामने कृषि विभाग की जमीन पर नए रेलवे स्टेशन बनाने के लिए 700 मीटर लंबी और 30 मीटर चौड़ी भूमि की जरूरत होगी। रावतपुर और कल्याणपुर स्टेशन को मिलाकर एक स्टेशन होगा। यह स्टेशन यात्री सुविधाओं से लैस बनाया जाएगा, एलिवेटेड ट्रैक डबल रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा। यूनिवर्सिटी में तीन रेलवे लाइनें और दो प्लेटफार्म का निर्माण होगा। पूरे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 1500 से 1800 करोड़ है।