- एनएचएआई को मिल गई 17 एकड़ जमीन
- बिल्हौर के पास हाईवे विलेज एवं लॉजिस्टिक पार्क बनाया जाएगा
- ट्रामा सेंटर का प्रस्ताव बनाकर दिल्ली मुख्यालय को भेजा गया
Kanpur Highway Village: उत्तर भारत का पहला हाईवे विलेज कानपुर में बनेगा। इसके निर्माण में आ रही सबसे बड़ी बाधा दूर कर ली गई है। एनएचएआई को हाईवे विलेज बनाने के लिए 17 एकड़ जमीन मिल गई है। अब हाईवे विलेज बिल्हौर के पास नसिरापुर में बनाया जाएगा। इसके साथ ही यहां लॉजिस्टिक पार्क का भी निर्माण कराया जाना है। वहीं, प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई तो यहां ट्रामा सेंटर भी बनाया जाएगा। फिलहाल प्रस्ताव दिल्ली मुख्यालय भेजा गया है। बता दें, 2008 से पहले तक कानपुर से अलीगढ़ के बीच की जीटी सड़क राज्य सरकार के अधीन थी।
उस वक्त इस सड़क को स्टेट हाईवे का दर्जा दिया गया था। मार्च, 2008 में एनएचएआई को इसे सौंपा गया। फिर इसका नाम एनएच-91 दिया गया। राज्य सरकार ने स्टेट हाईवे के समय इस सड़क के चौड़ीकरण के लिए नसिरापुर में चार एकड़ जमीन भी खरीद ली थी, पर कागजतों में सड़क चौड़ीकरण उल्लेख नहीं किया गया। फिर साल 2009 में एनएचएआई ने हाईवे की कार्य योजना बनाई, जिस प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया गया।
अब जोड़ा जाएगा इन हाईवेज को
साल 2016 में एनएचएआई ने नए सिरे से उस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनवाई। इसमें नसिरापुर में बाईपास और जंक्शन बनाने के लिए जमीन खरीदी गई। लेकिन प्रोजेक्ट फिर ठंडे बस्ते में चला गया। अब हाल में एनएचएआई ने बिल्हौर, नसिरापुर में जमीन को माप कर यहां 17 एकड़ जमीन चिह्नित की है। इन सभी जमीन के कागजात एनएचएआई के नाम पर ही हैं। अब यहां तीन प्रोजेक्ट बनाए जाने हैं। इसके तहत एनएच-91, हरदोई स्टेट हाईवे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे को आपस में जोड़ दिया जाएगा।
चिह्नित जमीन से एक्सप्रेस-वे की दूरी 6.5 किमी
इनमें से जो तीन जमीनें चिह्नित हुई हैं, उससे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की दूरी महज 6.5 किलोमीटर है। इसे लिंक रोड के तहत जोड़ दिया जाएगा। इस बारे में एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रशांत दुबे ने बताया कि लॉजिस्टिक पार्क सहित तीन प्रोजेक्ट्स के लिए 17 एकड़ जमीन चिह्नित है। इस जमीन पर ही विकास कार्य कराए जाएंगे। प्रस्ताव को दिल्ली स्थित मुख्यालय से मंजूरी मिलने का इंतजार है।