- आठ अफसरों की कमेटी नालों की सफाई पर रखेगी नजर
- जोनल अधिकारियों की टीम करेंगी तीन बार क्रास चेकिंग
- तेजी से काम न होने पर हो सकता है मानसून में जलभराव
Kanpur Water Logging Problem: कानपुर अब जलभराव से मुक्त होगा। इसके लिए नगर निगम की विशेष तैयारी हो चुकी है। इसे जल्द धरातल पर उतारा जाएगा। शहर में जलभराव पर अंकुश के लिए नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने जांच कमेटी गठित कर दी है। आठ अफसरों की यह कमेटी शहर के सभी नालों की सफाई पर नजर रखेगी। क्रॉस चेकिंग करेगी और रिपोर्ट तैयार कर नगर आयुक्त को सौंपेगी।
कमेटी में नगर निगम के सभी जोन के जोनल अधिकारियों के अलावा दो अपर नगर आयुक्तों को रखा गया है। इसमें सफाई कराने वाले इंजीनियरों की टीम को शामिल नहीं किया गया है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
मानसून से पहले काम पूरा करना चुनौती
ज्ञात हो कि, विधानसभा चुनाव और एमएलसी चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण नालों के ठेके पर होने वाली सफाई के टेंडर जारी नहीं हो सके थे। अब अधिकतर कार्यों की स्वीकृति हो चुकी है। वर्क ऑर्डर भी जारी हो चुके हैं। सफाई में विलंब बहुत हो चुका है क्योंकि यह माना जाता है कि, जून के अंतिम सप्ताह तक मानसून दस्तक दे सकता है। इससे पहले काम पूरा करना बड़ी चुनौती है। अगर काम तेज नहीं हुआ तो दो साल पहले जिस तरह शहर में जलभराव हुआ था, वही स्थिति दोबारा होगी।
कार्यों की लेनी होगी फोटो, करनी होगी वीडियो रिकॉर्डिंग
बता दें कि, अफसर अपने-अपने जोन में नालों की सफाई, बीच में प्रगति और काम पूरा होने की जांच करेंगे। वहीं जोनल अभियंताओं को काम शुरू होने से आखिर तक की फोटो और वीडियो अपलोड करने होंगे। जोनल अधिकारियों की टीम इसकी तीन बार क्रॉस चेकिंग करेगी। शहर के सभी 265 बड़े और करीब 1200 छोटे नालों को साफ किया जाना है। इनमें 166 नालों की सफाई ई-टेंडर से होगी। 99 नालों की मैनुअल टेंडर के जरिए नगर निगम खुद सफाई करा रहा है। 166 ई-टेंडर में 70 कार्य रिटेंडर कराए गए हैं। 96 नाला सफाई के कार्यों के वर्क ऑर्डर जारी किए गए हैं। शहर के बड़े नालों में रफाका नाला, सीओडी नाला, टैफ्को नाला, म्योर मिल नाला, सीसामऊ नाला और सरसैयाघाट नाला प्रमुख हैं। नगर निगम के मुख्य अभियंता एसके सिंह ने बताया कि, नालों की सफाई अब तेजी से होगी। नालों की साफ सफाई से शहरवासियों को जलभराव से मुक्ती मिलेगी।