- कानपुर से दिल्ली का सफर मात्र तीन घंटे में होगा पूरा
- मिनी हाईस्पीड ट्रैक के प्रस्तावित प्लान को हरी झंडी
- ट्रेनों की रफ्तार होगी 160 किलोमीटर प्रति घंटा
Indian Railway: कानपुर से दिल्ली जाने वाले रेल यात्रियों के लिए यह राहभरी खबर है। दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर गाजियाबाद से कानपुर के बीच मिनी हाईस्पीड ट्रैक के प्रस्तावित प्लान को हरी झंडी दे दी गई है। साल 2025 तक यह तैयार होगा। इसके अलावा बिजली सप्लाई उच्चीकरण और क्षमता बढ़ाने का टेंडर जारी कर दिया है। यह काम पूरा होने के बाद कानपुर से दिल्ली का सफर आसान हो जाएगा। कानपुर से दिल्ली के बीच की दूरी दुरंतो, वंदेभारत, राजधानी और शताब्दी तीन घंटे में पूरा कराएंगी। मिनी हाईस्पीड ट्रैक पर इन ट्रेनों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की होगी। अभी इनकी स्पीड 130 किमी. की है।
आपको बता दें कि ट्रैक और सिगलिंग अपग्रेडेशन का काम अंतिम चरण में चल रहा है। यह काम सितंबर-2023 में पूरा हो जाएगा। रेलवे ने जिस समय टेंडर जारी किया था, उस दौरान काम पूरा करने की समयावधि भी दी थी।
वंदेभारत एक्सप्रेस की क्षमता 160 किमी
गौरतलब है कि गाजियाबाद से कानपुर तक के ट्रैक पर प्रत्येक दिन 200 ट्रेनों का संचालन होता है। इनमें से 130 से 134 मेल, एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। बाकी माल गाड़ियां हैं। इस कारण से ट्रेनें फंस जाती हैं, साथ ही ट्रेन फुल स्पीड से भी नहीं चल पाती। वंदेभारत एक्सप्रेस की क्षमता 160 किमी की है, जबकि यह ट्रेन औसतन 110 किलोमीटर की स्पीड से ही चल पाती है। बिजली सिस्टम अपग्रेडेशन का काम 17.95 करोड़ में होगा। इससे सेक्शन में ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। वीवीआईपी ट्रेनों को छोड़ बाकी ट्रेनें भी दिल्ली का सफर पांच से सवा पांच घंटे में पूरा कर लेंगी। अभी यह ट्रेनें छह से नौ घंटे का समय लेती हैं।
मिनी हाईस्पीड ट्रैक के लिए बिजली सप्लाई सिस्टम भी होगा अपग्रेड
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मिनी हाईस्पीड ट्रैक के लिए बिजली सप्लाई सिस्टम भी अपग्रेड होगा। अभी जिस क्षमता के सब स्टेशन या फिर ट्रांसफार्मर, इंसुलेटर और ओवर हेड इलेक्ट्रिक लाइन, इलेक्ट्रिक प्वाइंट हैं, उनकी क्षमता अधिकतम 130 किलोमीटर की है। इस वजह से इन्हें भी 200 किमी. की स्पीड के हिसाब से अपग्रेड करना होगा। अधिकारियों ने कहा कि अगस्त-2023 तक दिल्ली से हावड़ा वाया कानपुर एक दर्जन वंदेभारत एक्सप्रेस प्रस्तावित की गई हैं। इसके कारण गाजियाबाद से कानपुर सेंट्रल तक के ट्रैक को अपग्रेड किया जा रहा है।
भीमसेन से झांसी के बीच एक और सेक्शन में रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य पूरा
वहीं, एनसीआर के भीमसेन से झांसी के बीच एक और सेक्शन में रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य पूरा हो गया है। मुख्य संरक्षा आयुक्त लतीफ खान ने गुरुवार को ट्रैक से लेकर सिग्नल प्वाइंटों की बारीकी से जांच की। पुल और क्रॉस प्वाइंटों पर मोटर ट्राली को रूकवा भी देखा अब पामा से भीमसेन तक स्पेशल ट्रेन से 120 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रैक की गुणवत्ता की जांच की जाएगी।