- कानपुर में रफ्तार का कहर, इलेक्ट्रिक बस ने स्कूटी को मारी टक्कर
- हादसे में स्कूटी सवार महिला और शख्स गंभीर रूप से घायल
- गंभीर हालत देखते हुए दोनों को हैलट अस्पताल किया रेफर
Kanpur Road Accident: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में इलेक्ट्रिक बस मौत बनकर दौड़ रही हैं। इस साल जनवरी में भी इलेक्ट्रिक बस ने कहर दौड़ाई थी। इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे। ऐसा ही मामला बुधवार को कानपुर में फिर से सामने आया है। कानपुर की डीआरएम पुलिया पर बड़ा सड़क हादसा हुआ है। जिसमें दो लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, बुधवार को कानपुर की डीआरएम पुलिया के पास इलेक्ट्रिक बस ने स्कूटी को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही स्कूटी पर सवार एक महिला और शख्स काफी दूर जाकर गिरे।
ई-बस ने स्कूटी और मारुति वैन को मारी टक्कर
इसके बाद बेकाबू इलेक्ट्रिक बस ने साथ में चल रही एक मारुति वैन गाड़ी को भी टक्कर मारी। इतना ही नहीं इलेक्ट्रिक बस का ड्राइवर स्कूटी और मारुति वैन को टक्कर मारने के बाद गलत दिशा से आ रहे ऑटो में बैठकर फरार हो गया। आनन फानन में लोगों ने दोनों घायलों को कांशीराम ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है। बताया जा रहा है कि जिस दिशा से इलेक्ट्रिक बस आ रही थी उसी ओर से सीओडी पुल पर यात्रियों के चक्कर में बस वाले आपस में रेस लगाते है।
दोनों घायलों की हालत गंभीर, हैलट अस्पताल रेफर
बुधवार को भी कुछ इसी तरह का नजारा देखने को मिला। दो इलेक्ट्रिक बसों सीओडी पुल से डीआरएम पुलिया की तरफ आने के दौरान बहस हो रही थी। पुलिया थोड़ी ऊंची है, इस वजह से स्कूटी सवार ने अपनी स्कूटी थोड़ी धीरे कर ली। दोनों बस चालकों ने एक-दूसरे के आगे निकलने के चक्कर में स्पीड कम नहीं की और स्कूटी को टक्कर मार दी। बस की टक्कर लगते ही स्कूटी सवार दोनों लोग सड़क पर गिर गए। दोनों गंभीर रुप से घायल हो गए। गंभीर हालत देखते हुए दोनों को हैलट अस्पताल रेफर किया गया है।
पहले भी इलेक्ट्रिक बस से हुआ बड़ा हादसा
गौरतलब है कि इसी साल 30 जनवरी को इलेक्ट्रिक बस ने कानपुर में घंटाघर चौराहे से टाटमिल की तरफ जाते समय रात में आधा दर्जन वाहनों में टक्कर मार दी। हादसे में 15 लोगों को चपेट में ले लिया था। हादसे में छह लोगों ने दम तोड़ दिया था। जबकि 7 साल घायल हो गए थे। इसके अलावा 11 फरवरी को जीटी रोड पर कई गाड़ियों को टक्कर मारी थी। अप्रैल के महीने में ब्रेक फेल होने के चलते ई-बस डिवाइडर पर चढ़ गई थी। मई में भी बस ने रामदेवी चौराहे पर अलग-अलग हादसों में पांच गाड़ियों को टक्कर मारी थी।