- कानपुर हिंसा मामले में अब तक 50 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुके हैं
- पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के तीन सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है
- सूत्रों का कहना है की ईडी हिंसा के आरोपी जफर हयात के बैंक खातों की जांच करेगी
Kanpur Violence news: कानपुर हिंसा मामले में उपद्रवियों पर चौतरफा शिकंजा कसना शुरू हो गया है। हिंसा मामले की जांच यूपी पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) तो कर ही रही है। सूत्रों का कहना है कि इस हिंसा मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की भी एंट्री हो गई है। ईडी ने पुलिस से पीएफआई के गिरफ्तार तीन सदस्यों एवं हिंसा के आरोपी जफर हयात आरोपी के बैंक खातों की डिटेल मांगी है। हयात के तीन बैंक खातों से करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए की लेन-देन की बात सामने आई है। संदेह है कि इस रकम का इस्तेमाल कानपुर हिंसा एवं अन्य हिंसक गतिविधियों में हुआ है। जांच एजेंसी इस बात की जांच करेगी कि ये रकम कहां से आई और इसे कहां पर खर्च किया गया।
जुमे की नमाज पर कानपुर में अलर्ट
दूसरी ओर शुक्रवार की नमाज को देखते हुए कानपुर में पुलिस अलर्ट पर है। उपद्रवी शुक्रवार को किसी तरह की हिंसा न करें इसलिए हिंसाग्रस्त इलाके में चप्पे-चप्प पर नजर रखी जा रही है। नजर रखने के लिए ड्रोन की तैनाती हुई है। हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है और संदिग्धों का वह दूसरा पोस्टर जारी करने वाली है। इस बीच कानपुर हिंसा का एक नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में उपद्रवी वाहनों में तोड़फोड़ करते और दुकानों को लूटते नजर आए हैं।
जफर के खातों से करोड़ों रुपए की लेन-देन
कानपुर में तीन जून को जिस तरह से हिंसा हुई उसे देखते हुए पुलिस को लगता है कि एक साजिश एवं प्लान के तहत यह सब कुछ कराया गया। पुलिस हिंसा के तह तक पहुंचना और इसमें शामिल चेहरों को बेनकाब करना चाहती है। सूत्रों का कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय इस बात की जांच करेगा कि क्या हिंसा के लिए अलग-अलग देशों से रकम भेजी गई। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने जफर हयात के बैंक अकाउंट्स की डिटेल मांगी है। जांच एजेंसी हयात को मिले साढ़े तीन करोड़ रुपए की जांच करेगी।
2019 में खोले गए बैंक खाते
ईडी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के गिरफ्तार सदस्यों के बारे में भी जानकारी मांगी है। बताया जा रहा है कि ईडी हयात के तीन बैंक खातों की जांच करेगी। ये बैंक खाते 2019 में खोले गए और इन बैंक खातों में 2019 से 2021 के बीच लगातार लेन-देन देखी गई है। हयात के एक बैंक खाते में करोड़ों रुपए आए और इस खाते में केवल 10 लाख रुपए बचे हैं। ये रकम कहां से आई और इसे कहां खर्च किया गया, इसकी जांच होगी।