- रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर
- वंदेभारत एक्सप्रेस में सफर होगा आसान
- अगस्त में ट्रेन के कोच आधुनिक तकनीक से होंगे लैस
Vande Bharat Express: देश की पहली टी-18 यानी की वंदेभारत एक्सप्रेस में अब सफर और भी आसान होने वाला है। वंदेभारत एक्सप्रेस में भी स्लीपर कोच लगाए जाएंगे। इस ट्रेन में अभी तक केवल एसी चेयरकार और एक्जीक्यूटिव कोच ही लगे हैं। स्लीपर कोच लगने के बाद वंदेभारत में सफर करने वाले यात्रियों को फायदा मिलेगा। अगले वर्ष यानी साल 2023 तक रेलवे बोर्ड 75 वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है। गौरतलब है कि, देश में अभी सिर्फ दो वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन हो रहा है। दिल्ली से वाराणसी वाया कानपुर चलने वाली वंदेभारत के कोचों का नया वर्जन भी अगले महीने तक आने की उम्मीद जताई जा रही है। आपको बता दें कि, वंदेभारत के कोचों का कायाकल्प करने की कवायद हो रही है। अगस्त में ट्रेन के कोच आधुनिक तकनीक से लैस हो जाएंगे। वंदेभारत के कोचों का नया वर्जन यात्रियों के हिसाब से आरामदायक होगा।
वंदेभारत की सीटें बैठने में होंगी आरामदायक
अचानक ब्रेक लगाने पर न तो ब्रेक असेंबली जाम होगी और न ही सफर कर रहे यात्रियों को झटका लगेगा। कोचों में लगीं सीटें भी स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस की तरह आरामदायक होंगी। फिलहाल वंदेभारत की सीटें बैठने पर सीधी रहती हैं, जिनपर यात्री को आराम नहीं मिलता। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि, प्रस्तावित नई वंदेभारत एक्सप्रेस में से दस ट्रेनें कानपुर के खाते में आने की उम्मीद हैं। इन ट्रेनों को वीआईपी रूटों पर चलाने की योजना है। वहीं कोचों का नया वर्जन लगते ही ट्रेन की गति अधिकतम 180 किमी. की हो जाएगी।
रेलवे ट्रैक का चल रहा काम
अभी अधिकतम स्पीड से ही वंदेभारत एक्सप्रेस दिल्ली से वाराणसी तक नहीं दौड़ती है। 180 किमी की रफ्तार से यह ट्रेन तभी दौड़ेगी, जब पूरा ट्रैक कवर्ड होगा। इस पर रेलवे का काम चल रहा है। रेलवे अफसरों ने बताया कि, कानपुर से दिल्ली के बीच मिनी हाईस्पीड यानी कि 160 की गति से ट्रेनें चलाने पर भी काम चल रहा है। ट्रैक, सिग्नलिंग के काम के बाद आखिरी ओएचई और सबस्टेशनों के उच्चीकरण का भी जल्द काम शुरू होगा। इसका टेंडर जारी किया जा चुका है।