- कानपुर की चकेरी फल और सब्जी मंडी में बनेंगे 15 छोटे-छोटे कोल्ड स्टोरेज
- चकरपुर सब्जी मंडी बनेगी उत्तर भारत की पहली अत्याधुनिक आदर्श मंडी
- मंडी में फल और सब्जी मिलेगी ताजा, अब खराब होने का नहीं रहेगा डर
Kanpur Chakarpur Mandi: यूपी के कानपुर में चकरपुर सब्जी मंडी उत्तर भारत की पहली अत्याधुनिक आदर्श मंडी बनेगी। फल-सब्जी को संरक्षित करने के लिए 15 छोटे-छोटे कोल्ड स्टोरेज का हब होगा, जिसमें 200 मीट्रिक टन फल या सब्जी स्टोर हो सकेगी। व्यापारियों के आपसी सामंजस्य से कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था संभाली जाएगी। साथ ही शहरवासियों को पूरे साल हरी सब्जी मिलेगी। चकरपुर मंडी का स्वरूप बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ड्रेनेज सिस्टम व सड़कें भी नए ढंग से व्यवस्थित की जाएंगी। लखनऊ की टीम ने मंडी का निरीक्षण कर टेक्निकल रिपोर्ट तैयार कर शासन को दे दी है।
केंद्र सरकार इस प्रोजेक्ट में लगभग 90 फीसदी बजट का सहयोग करेगी। नई व्यवस्था के तहत सेब को संरक्षित रखने के लिए अलग ब्लॉक बनेगा। इसमें विदेशी, शिमला व कश्मीरी सेब को स्टोर करने के लिए कोल्ड स्टोरेज बनेगा।
मंडी में फलों की 15 आढ़तें और बढ़ेंगी
दूसरे जिलों से आने वाले टमाटर, हरी सब्जी को संरक्षित कर साल भर उपलब्ध कराया जाएगा। यही नहीं, मंडी में फलों की आढ़तें कम होने की समस्या थी। इसे दूर करने के लिए फलों की 15 आढ़तें और बढ़ेंगी। मंडी सचिव सुभाष सिंह ने इसकी पुष्टि की है। आपको बता दें कि कानपुर की चकरपुर सब्जी मंडी में रोजाना भारी मात्रा में फल और सब्जियां खराब हो जाती हैं। गर्मियों में फल और सब्जियां अधिक खराब होती हैं।
सब्जी मंडी में 54 सी श्रेणी की दुकान के बराबर कोल्ड स्टोरेज बनेंगे
मंडी सचिव सुभाष सिंह ने बताया कि फल और सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए कूलिंग वाले ट्रक कारोबारी हैं, जो बहुत ज्यादा महंगे होते हैं, इसी के चलते फलों और सब्जियों की कीमत पर भी असर पड़ता है। ऐसे में फल और सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए सब्जी मंडी में 54 सी श्रेणी की दुकान के बराबर कोल्ड स्टोरेज बनाए जाएंगे। कानपुर के अलावा राजधानी लखनऊ, प्रयागराज, ताजनगरी आगरा और वाराणसी में भी ऐसे ही कोल्ड स्टोरेज बनाने का फैसला लिया गया है। इन्हें पीपीपी माडल पर बनाने की योजना है। अभी इसे अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। कोल्ड स्टोरेज बनने से फल और सब्जी के जल्दी खराब होने की समस्या दूर होगी।