- पत्नी से लड़ाई के बाद घर छोड़कर चला गया था शख्स
- परिवार ने लापता की शिकायत दर्ज कराई
- पुलिस को एक शव मिला, परिवार ने पहचान कर दफना दिया
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक विचित्र घटना में एक व्यक्ति 2 कथित तौर पर दफनाए जाने के 2 दिन बाद वापस लौट आता है। शख्स को कानपुर के कर्नलगंज क्षेत्र में दफनाया गया था। अब पुलिस उस शख्स की पहचान करने में जुटी है, जिसे गलत समझकर दफनाया गया।
यह घटना चकेरी पुलिस थाने की सीमा के तहत हुई। यहां अहमद हसन के रूप में पहचाने जाने वाले एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी नगमा के साथ झगड़ा होने के बाद 2 अगस्त को घर छोड़ दिया। परिवार ने उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस को 5 अगस्त को एक शव मिला। परिवार ने उसे हसन के रूप में पहचान लिया और 5 अगस्त को उसका अंतिम संस्कार किया। हालांकि, 2 दिन बाद हसन वापस घर आ गया।
मीडिया से बात करते हुए हसन ने कहा, 'पत्नी के साथ झगड़ा होने के कारण मैंने घर छोड़ दिया। रास्ते में एक आदमी ने मेरी मदद की और मैंने एक कारखाने में काम किया। पैसा मिलने के बाद मैं वापस घर लौट आया। घर पहुंचने मैंने देखा कि मेरा घर बंद है, लेकिन पड़ोसियों ने मुझे पहचान लिया। उन्होंने पुलिस को फोन किया और वे मुझे पुलिस स्टेशन ले आए। घर लौटने पर मुझे पता चला कि मुझे मृत घोषित कर दिया गया। मुझे पता चला कि एक शव (मेरे भाइयों द्वारा मुझे पहचाना गया) को दफनाया गया। मैं जिंदा हूं।'
पति के वापस लौटने से पत्नी खुश
हसन की पत्नी नगमा ने कहा कि वह खुश है कि उसका पति घर लौट आया है। उसने कहा, 'हमारी एक छोटी सी बात पर कहासुनी हो गई थी। वह नाराज थे और शाम को घर से चले गए। वह दो दिन तक नहीं आए। हमने पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस को एक शव मिला और हमें पहचानने के लिए कहा गया। हम शव को पहचान नहीं सके क्योंकि चेहरा मेरे पति जैसा था। मुझे संदेह था लेकिन उनके भाइयों ने पुष्टि की कि यह वही है। मुझे खुशी है कि मेरे पति वापस आ गए हैं और हम सभी खुश हैं।'
दफनाए गए व्यक्ति की पहचान की जाएगी
कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि अब चुनौती यह है कि यह पता किया जाए कि हसन के परिवार ने किस व्यक्ति को दफना दिया। उन्होंने कहा, 'एक महिला ने चकेरी पुलिस स्टेशन में अपने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। महिला के परिवार के सदस्यों को पुलिस द्वारा मिले एक शव की पहचान करने के लिए कहा गया था। उन्होंने शव की पहचान की और अंतिम संस्कार किया। लेकिन वह जिंदा वापस आ गया। अब हम दफन किए गए आदमी की पहचान करने के लिए विभिन्न स्थानों पर पोस्टर लगा रहे हैं। मैंने एसपी वेस्ट से पुष्टि करने के लिए कहा है कि डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम करते समय शरीर का डीएनए परीक्षण किया है या नहीं।'