- विकास दुबे ने घर की दीवारों में चिनवा रथा था हथियार, कानपुर पुलिस का खुलासा
- विकास दुबे की तलाश में पुलिस की करीब 60 टीमें लगी हुई हैं।
- दुर्दांत अपराधी विकास दुबे का दाहिना हाथ दयाशंकर अग्निहोत्री पुलिस के कब्जे में
कानपुर। विकास दुबे वो शातिर अपराधी है जिसके पीछे यूपी पुलिस की 60 टीमें पड़ी हैं। लेकिन अभी वो पकड़ के बाहर है। इस बीच यूपी पुलिस को अहम कामयाबी उसके दाहिने हाथ दयाशंकर अग्निहोत्री को पकड़ने में लगी। इसके साथ ही कानपुर आईजी मोहित अग्रवाल ने जो खुलासा किया है वो हैरान करने वाला है। वो बताते हैं कि जिस तरह लोग अपने सामान को सुरक्षित रखने के लिए दीवारों में चिनवा देते थे। ठीक वैसे ही विकास दुबे ने अपने घर में हथियारों के जखीरे को चिनवा रखा था ताकि वो अपने नापाक कारनामे को अंजाम दे सके।
संदिग्ध गाड़ियों के बारे में जुटाई गई जानकारी
कानपुर जोन के आईजी मोहित अग्रवाल बताते हैं कि काकादेव इलाके में तीन और औरैय्या में एक गाड़ी मिली है। इस बात की जांच की जा रही है कि क्या इन गाड़ियों का बिकरु गांव वाली वारदात से कोई संबंध है या नहीं। उन्होंने कहा कि दुर्दांत अपराधी को पकड़ने के लिए कोशिश सही दिशा में है। इसके साथ ही इस बात की जांच की जा रही है इतनी बड़ी वारदात के पीछे पुलिस महकमे के कौन लोग शामिल हैं। वो एक बात साफ करना चाहते हैं कि जो भी पुलिसकर्मी मुखबिरी के मामले में अगर दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
चौबेपुर थाना प्रभारी को किया जा चुका है सस्पेंड
उन्होंने कहा कि स्थानीय थाने के सभी पुलिसकर्मियों की जांच की जा रही है। यह सवाल अहम है कि पुलिस की दबिश के मारे में विकास दुबे को कैसे मिली। क्या किसी साजिश के तहत किसी को निशाना बनाया जा रहा था। इस तरह की वारदात के पीछे कितने दिन से कोशिश की जा रही है। यह सब महत्वपूर्ण सवाल हैं जिसका जवाब मिलना अभी बाकी है। जहां तक चौबेपुर के तत्कालीन एसएचओ की बात है तो उनकी भूमिका संदिग्ध हैं और उन्हें निलंबित कर दिया गया है।