- गले का संक्रमण फेफड़ों में उतरने से बढ़ी निमोनिया की शिकायत
- निमोनिया के चलते कानपुर में दो रोगियों की मौत
- ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने तथा गुर्दा फेल के पेशेंट भी बढ़े
Kanpur Affect: मौसम में बदलाव के चलते वायरल संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। खांसी-जुकाम के बाद रोगियों के गले में संक्रमण हो रहा है। गले का संक्रमण फेफड़ों में उतरने से निमोनिया की शिकायत भी सामने आ रही है। इस संक्रमण से कोमॉर्बिड तथा पोस्ट कोविड पेशेंट अधिक परेशान दिखाई दे रहे हैं।
कानपुर में इसके चलते दो पेशेंट की मौत की बात भी सामने आ रही है, तो वहीं कई मरीजों का इमरजेंसी और पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट के इमरजेंसी में गंभीर हालत में इलाज चल रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने तथा गुर्दा फेल के पेशेंट भी अस्पतालों की इमरजेंसी में भर्ती किए जा रहे हैं।
अस्पताल का पीआईसीयू में वेंटिलेटर पर पड़े निमोनिया से पीड़ित बच्चे
कुछ रोगियों की डायलिसिस भी की जा रही है। हैलट अस्पताल के पीआईसीयू में निमोनिया से पीड़ित बच्चे गंभीर अवस्था में वेंटिलेटर पर भर्ती हैं। वहीं कुछ रोगियों में संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंचने के कारण तानिकाशोथ या मस्तिष्कावरणशोथ (मेनिन्जाइटिस) हो गया है।
निमोनिया ने ली इनकी जान
बीते दिन फजलगंज के निवासी 55 वर्षीय किशन की निमोनिया बीमारी की वजह से मौत हो गई। बताया जा रहा है, किशन को सांस लेने में में तकलीफ होने पर घर वाले चेस्ट हॉस्पिटल ले गए थे। इसी प्रकार लालबंगला निवासी 45 वर्षीय माधव की भी निमोनिया से मृत्यु हुई। उनके परिजनों के अनुसार, पहली लहर में वह कोरोना के संक्रमण से प्रभावित हुए थे। इस बार फ्लू संक्रमण के बाद निमोनिया हो गया था।
ब्लड प्रेशर व गुर्दा रोगियों की संख्या में हुई बढ़ोत्तरी
एक अस्पताल के सीनियर फिजिशियन का मानना है कि, फ्लू संक्रमण के बाद कुछ रोगियों में निमोनिया की शिकायत सामने आ रही है। इसके अतिरिक्त रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) तथा गुर्दा रोगियों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं दूसरी तरफ हॉस्पिटल में एक्यूट किडनी इंजरी के मरीज भी भर्ती किए जा रहे हैं।