- दिल्ली और लखनऊ से आई विशेषज्ञों की टीम लगातार निगरानी कर रही हैं
- वायुसेना केंद्र के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है
- जीका वायरस के स्रोत का पता लगाने के लिए 70 टीमें इलाके में काम कर रही हैं
कानपुर:कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नेपाल सिंह ने बताया कि 23 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी में जीका वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उनके (संक्रमित अफसर) के संपर्क में आए 22 लोगों के सैंपल लिए थे मगर उनमें से किसी ने भी यह संक्रमण नहीं पाया गया था।
उन्होंने कहा कि उसके बाद 465 लोगों के नमूने लिए गए जिसकी जांच रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को उनमें वायुसेना के दो कर्मियों समेत तीन लोगों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। उनके अनुसार उन सभी की उम्र 30 से 41 वर्ष है।कानपुर में जीका वायरस के मरीज मिलने के बाद से दिल्ली और लखनऊ से आई विशेषज्ञों की टीम लगातार निगरानी कर रही हैं।
वायुसेना केंद्र के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों से कहा गया है कि वे वायुसेना केंद्र के आसपास बुखार से पीड़ित लोगों के नमूने एकत्र कर उन्हें जांच के लिए भेजें।
वायु सेना के 175 जवानों का हुआ जीका वायरस का परीक्षण
लखनऊ और दिल्ली के स्वास्थ्य अधिकारियों की टीमों ने वायु सेना के 175 जवानों के रक्त और मूत्र के नमूने लिए हैं। कानपुर डिवीजन के चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के अतिरिक्त निदेशक डॉ जी.के. मिश्रा ने कहा, 'पोखरपुर के 3 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लगभग 76 नागरिकों और वायु सेना के 175 जवानों के रक्त और मूत्र के नमूनों लिए गए हैं। यह वही क्षेत्र है जहां जीका का पहला रोगी रहता है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में पाया गया पहला जीका मरीज भारतीय वायुसेना का जवान है। सभी नमूनों को आगे के परीक्षण के लिए केजीएमयू लखनऊ प्रयोगशाला भेजा गया है। '
292 नमूने एकत्र जिसमें 40 की रिपोर्ट नेगेटिव
गौरतलब है कि जीका वायरस के स्रोत का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की 70 टीमें इलाके में काम कर रही हैं। डॉ मिश्रा ने कहा, '55,000 घरों में से, पोखरपुर के 3 किमी के दायरे में अब तक लगभग 16,000 घरों का सर्वेक्षण पूरा हो चुका है।' उन्होंने कहा कि अब तक 292 नमूने एकत्र किए जा चुके हैं। जिसमें 40 की रिपोर्ट नेगेटिव आई और हम अभी भी 252 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जो एक या दो दिन में आने की संभावना है। उन्होंने कहा, 'निगरानी के लिए चार एसीएमओ स्तर के अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। वहीं, 70 टीमों की निगरानी के लिए छह चिकित्सा अधिकारियों को भी लगाया गया है।'