- बच्चों के लिए खतरनाक है सोशल मीडिया की लत
- सोशल मीडिया के इस्तेमाल से नींद न आने की बढ़ रही है समस्या
- अनिद्रा के साथ-साथ स्वास्थ्य भी हो रहा है प्रभावित
Social Media Addiction: आजकल फोन बड़ों से लेकर बच्चों तक के लिए जरूरी हो गया है। बच्चों के स्कूल की पढ़ाई भी ज्यादातर ऑनलाइन ही की जाती है। ऐसे में बच्चे फोन पर ज्यादा समय बिताते हैं। फोन के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से बच्चों को सोशल मीडिया की लत भी लग जाती है। सोशल मीडिया पर लत की वजह से बच्चों की नींद प्रभावित होती है, साथ ही नजरें भी कमजोर हो जाती है। एक स्टडी में ये साफ हुआ है कि यदि कोई बच्चा एक हफ्ते तक लगातार सोशल मीडिया का प्रयोग करते हैं, तो वह एक रात तक की नींद भी खो सकते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं सोशल मीडिया से बच्चों पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों के बारे में-
ज्यादातर बच्चे करते हैं रात को सोशल मीडिया का इस्तेमाल
एनसीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में एक अध्ययन किया गया, जिसमें 10 साल की उम्र के 60 बच्चों को शामिल किया गया था। इन बच्चों में लगभग 89 प्रतिशत बच्चों के पास उनका खुद का स्मार्टफोन था। इस अध्ययन में ये भी साफ हुआ कि इनमें से हर 8 बच्चों में से एक बच्चा रात को जिस समय सो जाना चाहिए, उस समय सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं।
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शॉर्ट वीडियोज पर खर्च करते हैं ज्यादा समय
इस अध्ययन में ये भी साफ हुआ था कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले बच्चे ज्यादातर शॉर्ट वीडियोज पर समय बिताते हैं। कुछ इंस्टाग्राम पर थे, तो फिर फेसबुक और कुछ शॉर्ट वीडियोज पर। शोधकर्ताओं ने पाया कि बच्चों ने जितना अधिक समय सोशल मीडिया पर बिताया, उतनी ही उनकी नींद में कमी देखी गई।
सोते समय भी दिमाग में चलती रहती हैं दिन की बातें
अक्सर बच्चों के साथ ये होता है कि जब वो सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके सोते हैं, तो आंखे बंद करने के बाद भी उनके दिमाग में वही चीजें चलती रहती हैं, जो वो देखकर सोए हैं। ऐसे में उनका दिमाग लगातार एक्टिव रहता है, जिससे सुबह उठने के बाद भी बच्चों को थकान और आलस्य महसूस होता है।
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सोशल मीडिया की आदत छुड़ाने के टिप्स
बच्चों को ज्यादा समय तक फोन न दें और पढ़ाई के लिए भी हो सके, तो किताबों से पढ़ाई करने के लिए कहें। यहां पैरेंट्स को ये ध्यान रखना जरूरी है कि बिस्तर पर आपके बच्चे के हाथ में फोन न हो। यदि ऐसा होगा तो वह फोन के इस्तेमाल की वजह से टाइम से सो नहीं पाएगा। इसलिए बच्चों को जितना हो सके, फोन से दूर रखें और सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव और साइबर क्राइम के बारे में जानकारी दें।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता है।)