- जम्मू-कश्मीर के शोपियां शहीद हो गए थे मेरठ के अनिल तोमर
- शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी सरकार
- जनपद की एक सड़क का नामकरण भी शहीद के नाम पर होगा
लखनऊ/ मेरठ: जम्मू-कश्मीर के शोपियां में हुए आतंकी हमले में घायल मेरठ के जवान अनिल तोमर की इलाज के दौरान मौत हो गई है। वह मेरठ के सिसौली गांव के निवासी थे। अनिल का पार्थिव शरीर श्रीनगर से गांव में लाया जा रहा है। अनिल तोमर के दो बच्चे हैं। एक बेटी तान्या और एक बेटा लक्ष्य है।
साल 2000 में भारतीय सेना में भर्ती हुए अनिल तोमर सेना की 44 वीं राष्ट्रीय राइफल्स में बतौर घातक प्लाटून हवलदार के पद पर तैनात थे। दुख की इस घडी में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अनिल तोमर के परिवार की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद अनिल तोमर के नाम पर करने की भी घोषणा की है। सीएम योगी ने शहीद अनिल तोमर के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है। प्रदेश सरकार द्वारा शहीद के परिवार को हर सम्भव मदद प्रदान की जाएगी।
अनिल तोमर के पिता के अनुसार वह 18 दिसंबर को एक महीने की छुट्टी के बाद ड्यूटी पर वापस गए थे। 25 तारीख को बेटे से आखिरी बार उनकी बात हुई थी। उसके बाद उसके अधिकारियों और साथियों का ही फोन आया और मुठभेड़ में गोली लगने की जानकारी दी गई थी।
आतंकी हमले में अलीगढ़ के नेत्रपाल शहीद
जम्मू कश्मीर में पिछले हफ्ते आतंकी वारदात में घायल हुये केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारी की इलाज के दौरान मौत हो गयी। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के उप निरीक्षक नेत्रपाल सिंह का मंगलवार को अस्पताल में निधन हो गया। गांदेरबल में 23 दिसंबर को ग्रेनेड हमले में वह घायल हो गये थे। नेत्रपाल सिंह के निधन की जानकारी मिलते ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी शहादत को नमन किया।
साथ ही सीएम योगी ने नेत्रपाल सिंह के परिजनों को ₹50 लाख की आर्थिक सहायता देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा- 'सीआरपीएफ के शहीद जवान श्री नेत्रपाल सिंह जी के शौर्य और वीरता को नमन।' मुख्यमंत्री जी ने शहीद के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में सरकार उनके साथ है।