- लखनऊ में गोमती नदी के किनारे रील बनाने के लिए नौ दोस्त गए हुए थे
- नदी में नहाते समय एक दूसरे को पकड़ने के चक्कर में एक युवक गहरे पानी में चला गया
- अगर सही समय पर मदद हो जाती तो बच सकते थे दोस्त
Lucknow Gomti River: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में गोमती नदी के किनारे रील बनाने के लिए नौ दोस्त एक साथ गए हुए थे। इसी दौरान दोस्तों ने नदी में नहाने का निर्णय किया। नदी में नहाते समय एक दूसरे को पकड़ने के चक्कर में एक युवक गहरे पानी में चला गया। उसको बचाने के चक्कर में 4 दोस्त और डूब गए। वहीं 2 लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से डूबने से बचा लिया गया। जबकि 3 लोगों की डूबने के कारण मौत हो गई। मिली सूचना के अनुसार, गोमती नदी पर बने मड़ियांव घैला पुल के पास फैजुल्लागंज निवासी संदीप, सौरभ, अमित, दिव्यांश तिवारी, ईशू गौतम, हर्षित गौतम, दीपक, प्रदीप और धीरज वर्मा इंस्टाग्राम पर रील बनाने गए थे। रील और फोटो शूट के बाद इन लोगों ने नदी में नहाने का निर्णय किया।
जिसके बाद सभी लोग नदी में नहाने के दौरान पकड़म-पकड़ाई खेलने लग गए। इसी दौरान संदीप नदी में डूबने लगा। जिसको बचाने के लिए सौरभ और अमित आगे बढ़े। पानी की धारा तेज होने की वजह से वह भी डूबने लगे। चीख पुकार सुनकर अन्य साथी भी बचाने के लिए गए, लेकिन पानी गहरा होने के कारण वे अपने दोस्तों की मदद ना कर सके।
गहरे पानी में जाने से हुआ हादसा
उन्होंने स्थानीय लोगों को दोस्तों के डूबने की सूचना दी। जिसके बाद नदी में युवकों को बचाने के लिए गोताखोरों की टीम को उतारा गया। वहीं 2 घंटे में गोताखोरों की सहायता से नदी में डूबे सौरभ, संदीप और अमित के शव को ढूंढ़ कर निकाला गया। एडीसीपी उत्तरी अनिल यादव ने कहा कि गहरे पानी में जाने के कारण हादसा हुआ है। दोस्त संदीप को बचाने के प्रयास में सौरभ भी गहरे में चला गया। जिसके कारण उसकी भी पानी में जाने से डूबकर मौत हो गई। फैजुल्लागंज के रहने वाले हर्षित और दिव्यांशु ने कहा कि उन्होंने मछुआरों से दोस्तों को बचाने के लिए मदद करने की बात कही पर किसी ने उनकी मदद नहीं की। अगर सही समय पर मदद हो जाती तो उनके दोस्त बच सकते थे।
गोताखोरो की नही सुनी बात
वहीं गोताखोर रामलखन और अतुल ने कहा कि युवकों को पानी में जाने से रोका गया था, लेकिन उन्होंने हम लोगों की नहीं सुनी और पानी में उतर गए। गोमती नदी में डूबने वाले सौरभ और संदीप मड़ियांव के निर्माला पैरामाउंट पब्लिक स्कूल में कक्षा 10वीं के छात्र थे। जबकि अमित सेंट लॉरेंस में कक्षा 12वीं का छात्र था। अमित अपने घर का इकलौता बेटा था।