- लखनऊ पुलिस ने नकली सोना बेचने वाले तीन लोगों को किया गिरफ्तार
- आरोपियों के पास पुलिस ने नकली जेवर भी बरामद किए
- आरोपियों ने शिक्षक को झांसा देकर लगाया था लाखों का चूना
Lucknow Fake Gold: उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। बंथरा पुलिस ने यूको बैंक के वैल्युअर रामवीर पुरोहित सहित तीन आरोपियों को पकड़ा है। तीनों पर गंभीर आरोप हैं। आरोप है कि तीनों आरोपियों मलिहाबाद प्राथमिक स्कूल के शिक्षक सुरेंद्र को झांसा देकर बैंक लॉकर में रखा नकली सोना देकर 10.94 लाख लोन चुकता करा दिया। वैल्युअर रामवीर पुरोहित, राघवेंद्र श्रीवास्तव और उमेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 144 ग्राम सोने के नकली जेवर भी बरामद किए हैं। दरअसल, बंथरा शंकरखेड़ा के रहने वाले शिक्षक सुरेंद्र की हिंद नगर के ऑटो मैकेनिक दिनेश से दोस्ती है। दिनेश की दुकान पर सुरेंद्र की आजमगढ़ के रहने वाले उमेश यादव से उसकी मुलाकात हुई।
उमेश ने शिक्षक सुरेंद्र को झांसा दिया। उसने शिक्षक से कहा कि यूको बैंक कृष्णानगर में उसका सोना गिरवी रखा है। कम दाम में वह सोना उसे दे देगा। इस पर शिक्षक सुरेंद्र उमेश के झांसे में आया और मदद के लिए तैयार हो गया। उमेश के साथ वह यूको बैंक पहुंचा। यहां बैंक मैनेजर ने कहा कि उमेश ने 4.19 लाख रुपये का लोन ले रखा है।
सर्राफ से चेक कराने पर हुई नकली सोना की पहचान
इस पर शिक्षक सुरेंद्र ने लोन के रुपये जमा करते हुए गिरवी सोना छोड़ने के लिए कहा। लोन चुकाने के बाद बैंक मैनेजर ने जानकारी दी कि उमेश के नाम पर यूको बैंक की दूसरी शाखाओं में भी दो लोन हैं। सुरेंद्र ने बताया कि उमेश के नाम पर चल रहे 6.75 लाख के दो लोन चुका दिए। शिक्षक सुरेंद्र ने जब सोने को चेक कराने के लिए सुनार को बुलाने की बात कही तो बैंक मैनेजर इसके लिए तैयार नहीं हुआ। शिक्षक ने दबाव की वजह से वह सोना ले लिया। इसके बाद उन्होंने सर्राफ से चेक कराया तो पता चला कि सोना तो नकली है।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया
इसके बाद सुरेंद्र ने बैंक मैनेजर से शिकायत की, इस पर मैनेजर ने उन्हें वैल्युअर रामवीर पुरोहित की तरफ से जारी शुद्धता प्रमाण पत्र दिखाया। इसके बाद सुरेंद्र ने इंस्पेक्टर बंथरा सुखबीर सिंह भदौरिया से मामले की शिकायत की। पुलिस ने आरोपी उमेश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
इंस्पेक्टर ने कहा कि भिंड का रहने वाला रामवीर मास्टरमाइंड है। यूको बैंक से वह गोल्ड वैल्युअर के तौर पर जुड़ा है। आरोपी ने सरोजनीनगर के रहने वाले राघवेंद्र श्रीवास्तव के साथ उमेश के नाम से बैंक में अकाउंट खुलवाया। बैंक में नकली सोने के गहने के बदले 11 लाख का लोन अप्रूव करा लिया। रामवीर ने राघवेंद्र और उमेश के साथ मिलकर शिक्षक सुरेंद्र के साथ ठगी की। फिलहाल पुलिस ने आरोपी रामवीर पुरोहित को साथियों संग गिरफ्तार कर लिया है।