- लखनऊ में छात्रा का शव नाले के किनारे मिलने से सनसनी
- छात्रा के पिता ने गांव के युवक पर लगाया हत्या का आरोप
- पुलिस ने मामला दर्ज किया, मोबाइल में मिले अहम सुराग
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में छात्रा का शव मिलने से सनसनी फैल गई। छात्रा का शव नाले के किनारे फेंका गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, मोहनलालगंज थाना इलाके के गांव राना में शुक्रवार रात से लापता कक्षा 12 की 18 वर्षीय छात्रा की हत्या कर शव को नाले के किनारे फेंक दिया गया। छात्रा के पिता ने एक युवक पर हत्या का आरोप लगाया है और पीड़ित परिवार ने पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं डॉग स्क्वॉयड छात्रा के घर के आसपास मंडराता रहा। कुत्ता घर के पीछे तालाब के किनारे होते हुए घर पर ही लौट आया।
पुलिस के मुताबिक, छात्रा अपनी मां के साथ रात में चारा लेने गई थी। किसी काम से मां घर चली आई। उसी दौरान करीब आठ बजे छात्रा वहां से लापता हो गई। कुछ देर बाद छात्रा की मां वहां पहुंची तो वह वहां नहीं मिली।
नाले के किनारे मिला छात्रा का शव
इस पर मां ने यह जानकारी पति को दी। सभी लोग छात्रा की तलाश करने लगे। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। काफी तलाश के बाद शनिवार को उसका शव नाले के किनारे मिला। छात्रा का शव मिलने की खबर से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
छात्रा के पिता ने गांव के ही युवक पर लगाया हत्या का आरोप
पुलिस के मुताबिक, छात्रा के पिता से ने गांव के ही अनिल यादव पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने तहरीर लेकर केस दर्ज कर लिया है। प्रभारी निरीक्षक अखिलेश मिश्रा ने बताया कि छात्रा के माथे पर चोट के निशान मिले हैं। मामले की जांच की जा रही है। साथ ही छात्रा के मोबाइल को कब्जे में ले लिया है। मोबाइल से कुछ सुराग मिले हैं। उन्होंने बताया कि यह भी हो सकता है कि हत्या को छात्रा के किसी अपने ने ही अंजाम दिया हो।
छात्रा के मोबाइल फोन से की गई छेड़छाड़
पुलिस ने छात्रा का मोबाइल घर से बरामद किया। पुलिस के अनुसार, ऐसा लगा रहा है कि मोबाइल को जमीन पर पटका गया है और जनवरी से अब तक का डाटा गायब था। कॉल लिस्ट डिलीट कर दी गई है, छात्रा के फोटो भी डिलीट किए गए हैं। मोबाइल को फोरेंसिक जांच के भेजा गया है। एसीपी विजय राज सिंह ने बताया कि मामला अतिसंवेदनशील था। पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से कराने के साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई गई।