लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यभर में कोविड-19 वैक्सीन स्टोरेज की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की टीम गठित की है। योगी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन स्टोरेज स्थल की सुरक्षा बिल्कुल उसी तरह सुनिश्चित की जाए, जिस प्रकार चुनाव के दौरान ईवीएम की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि जहां वैक्सीन रखी जाएगी, उस क्षेत्र की सुरक्षा 'ईवीएम स्ट्रांगरूम सिक्योरिटी' की तरह होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को 15 दिसंबर तक वैक्सीन की 2.3 लाख लीटर तक भंडारण क्षमता बढ़ाने का भी निर्देश दिया है। आदित्यनाथ ने कहा कि कोल्ड चेन सुविधाओं की व्यवस्था प्रत्येक जिलों और मंडलों में की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया कि टीके लगाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को बड़ी संख्या में प्रशिक्षित किया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि कुछ हफ्तों में एक कोरोना वैक्सीन तैयार हो सकती है। उन्होंने कहा था कि जैसे ही वैज्ञानिकों की ओर से इशारा मिलेगा, तुरंत भारत में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा।
पांच वैक्सीन उम्मीदवार भारत में नैदानिक परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल) के विभिन्न चरणों में हैं, जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण कर रही है। इसके अलावा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के सहयोग से भारत बायोटेक द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित वैक्सीन 'कोवैक्सीन' का भी तीसरे चरण का नैदानिक परीक्षण शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही भारत में विकसित की जा रही जायडस कैडिला की वैक्सीन ने अपना दूसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है।