- काकारी कांड की वर्षगांठ पर सीएम योगी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
- लखनऊ में शहीद स्मारक स्थल पहुंचे सीएम, राज्यपाल भी रहीं मौजूद
- 9 अगस्त 1925 को काकोरी में कांतिकारियों ने लूटा था सरकारी खजाना
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। काकोरी कांड की वर्षगांठ पर शहीदों को याद करने के लिए सोमवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे और शहीदों एवं क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी मौजूद थीं। शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। वर्षगांठ के मौके पर शहीदों के परिवारों को सम्मानित भी किया जाता है।
क्या है काकोरी कांड
आजादी की लड़ाई हिंसक तरीके से लड़ने वाले क्रांतिकारियों को अपना आंदोलन तेज करने के लिए धन की जरूरत थी। इसके लिए राम प्रसाद बिस्मिल ने अंग्रेजी सरकार का खजाना लूटने की योजना बनाई। 9 अगस्त 1925 को लखनऊ के काकोरी रेलवे स्टेशन पर सरकारी खजाना ले जाने वाली सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन को चेन खींचकर रोका गया। बिस्मिल के नेतृत्व में अशफाकउल्ला खां, पं. चंद्रशेखर आजाद और अन्य क्रांतिकारियों ने ट्रेन पर धावा बोलकर सरकारी खजाना लूट लिया। इसे काकोरी कांड के नाम से जाना जाता है।