- देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं
- महाराष्ट्र की 10 जेलों तक पहुंच चुका है कोरोना का संक्रमण
- राज्य में 4 कैदियों की कोरोना से मौत हो चुकी है
नई दिल्ली: पूरे महाराष्ट्र में 10 जेलों में कोरोनो वायरस के मामले दर्ज किए गए हैं। इन जेलों में 292 कैदी और 72 जेल कर्मचारी इस घातक संक्रमण से संक्रमित हो गए हैं। सोमवार तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 139 कैदी और 51 जेल कर्मचारी ठीक हो गए हैं। कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामले मुंबई सेंट्रल जेल के हैं, जिसे आर्थर रोड जेल के रूप में जाना जाता है। यहां 181 कैदी और 39 कर्मचारी अब तक संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 121 कैदी और 37 कर्मचारी ठीक हो गए हैं।
'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, दूसरे सबसे ज्यादा मामले सोलापुर जेल के हैं, जहां 62 कैदी और 13 स्टाफ सदस्य कोरोना पॉजिटिव निकले। इसके बाद औरंगाबाद जेल के 29 कैदी और 14 कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए। आर्थर रोड जेल में मई के पहले सप्ताह में मामले दर्ज किए गए थे, जबकि सोलापुर और औरंगाबाद जेलों में क्रमश: मई के आखिरी सप्ताह और जून के पहले सप्ताह में मामले दर्ज किए गए।
4 कैदियों की हो चुकी मौत
अधिकारियों ने कहा कि जेलों में व्यापक जांच और परीक्षण किया गया है। चार कैदियों की अब तक इस संक्रमण के कारण जान जा चुकी है, दो तलोजा केंद्रीय कारागार और एक यरवदा और एक धुले जेल से है। पुणे की यरवदा केंद्रीय कारागार से अभी तक एक भी मामला दर्ज नहीं किया है। हालांकि सांस लेने की समस्या के बाद एक कैदी को आइसोलेट किया गया था और जिसका नमूना उसकी मृत्यु के बाद लिया गया, जो कि कोरोना पॉजिटिव निकला।
42 पुलिसकर्मियों की मौत
वहीं महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से करीब 3661 पुलिसकर्मी अभी तक संक्रमित हुए हैं और घातक संक्रमण से 42 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है। अभी तक 2248 पुलिसकर्मियों को संक्रमण से ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई है।